रायगढ़। समावेशी शिक्षा के अंतर्गत विगत 26 अगस्त को विकासखंड रायगढ़ में वातावरण क्षमता निर्माण डीएमसी एन चौधरी विकासखंड शिक्षा अधिकारी जी आर जाटवर, भूपेंद्र पटेल और बीपी पटेल के मार्गदर्शन से विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मनोज अग्रवाल के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
दिव्यांगों के बारे में दी गई जानकारी
कार्यक्रम के अन्तर्गत मास्टर ट्रेनर बीआरपी सुमित्रा चंद्रा और स्पेशल एजुकेटर दीपक रात्रे ने 21 प्रकार की दिव्यांग के बारे में डिटेल और उनके कारण पहचान और बचाव और बच्चों को पहचान करने के बाद उनकी आवश्यकताओं के आधार पर उपकरण छात्रवृत्ति ट्रीटमेंट और विशेष शिक्षा थेरेपी और ट्रांसपोर्ट एस्कॉर्ट अलाउंस बालिका शिष्यावृती क्या-क्या सुविधा दी जाती है। उन सभी के बारे में बताया। वहीं विकास खंड स्त्रोत समन्वयक मनोज अग्रवाल ने चर्चा भी की कि बच्चों को किस तरह से आप लोग पहचान करेंगे कौन सी बच्चों को कौन सी उपकरण की आवश्यकता है और कौन से बच्चे को कौन सी थेरेपी दी जाएगी। उन बच्चों को सुविधा देने के बाद आसानी से बच्चे बिना बाधा के और सरल कैसे बनाया जा सकता है।
एप का भी प्रशिक्षण
वहीं खगेश्वर पटेल और गौरव साहु प्रशस्त ऐप के बारे में भी प्रशिक्षण दिया व प्रोजेक्टर का भी उपयोग किया गया और मोबाइल एप्स के माध्यम से नेत्रहीन और लो विजन वाले को कैसे बड़ा प्रिंट और कलर चेंज करके मोबाइल द्वारा पढ़ा जा सकता है। वह भी बताया गया। वहीं कार्यक्रम के अंतिम दिवस में 110 शिक्षकों और इस तरह से दो दिवसों में 220 शिक्षकों को प्रशिक्षित कर कार्यक्रम को समाप्त किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विकासखंड रायगढ़ के सभी कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।
प्रशिक्षित विशेष शिक्षकों ने दिया समावेशी के तहत प्रशिक्षण
