पखांजुर। बच्चे के भविष्य के लिए सरकार यथा संभव कोशिश कर रहे है ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों में बच्चे के ध्यान आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं सरकार के माध्यम से चल रहे है, लेकिन अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्र में कुछ शिक्षक अपनी ड्यूटी के प्रति गम्भीर नही है,जी हाँ हम बात कर रहे पी. व्ही 97 (दुर्गापुर)के प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला की शिक्षक अपनी मर्जी के मालिक है,शिक्षक के अनुसार बुधवार दोपहर को डेढ़ बजे ही बच्चों को छुट्टी देकर स्कूल में ताला जड़ दिया और आपने घर चले गए,इस प्रकार उलिया के प्राथमिक शाला की जो स्कूल में कोई स्कूली छात्र नही मिला और स्कूल बंद मिला।
विडंबना है कि जिसे देश के भविष्य को गढऩे को कहा गया वही देश के भविष्य के साथ खिलबाड़ कर रहे है, शिक्षक का स्कूल के प्रति इस प्रकार की मानसिकता होगी तो,स्कूली बच्चे का भविष्य किस दिशा में जा सकती बात यह भी है, इस प्रकार शिक्षक की लापरवाही रवैया से स्कूली बच्चो की भविष्य कैसे हो सकती है, बता दें सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए यथा संभव प्रयास कर रहे है लेकिन शिक्षा विभाग के चुनिंदा कुछ शिक्षकों के कारण पूरे शिक्षा विभाग बदनाम है,अब खबर प्रकाशित होने के बाद,सरकार एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी इस लापरवाह शिक्षको जो बच्चे के भविष्य के साथ खिलबाड़ कर रहे है,उस शिक्षक के ऊपर किस प्रकार की कार्यवाही करते है ये देखने वाली बात होगी।
इस विषय पर जब खण्ड शिक्षा अधिकारी कोयलीबेड़ा से जानकारी ली गई तो खण्ड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आपके माध्यम से हमे जानकारी मिली है, जो भी शिक्षक ऐसा किया है ऐसा नही करना था, उनसे स्पस्टीकरण लेंगे और आपके वीडियो में मैन देखा की शिक्षक स्कूल के सामने बोल रहे थे कि हमने मध्यान्ह भोजन करके स्कूल को छुट्टी दे दिया है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही होगी।
देश के भविष्य को गढऩे वाले ही, देश के भविष्य के साथ कर रहे खिलबाड़
