रायगढ़। भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है का नारा देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक, जिन्हें लोग लोकमान्य के नाम से भी जानते थे, उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ भारतीयों को एकजुट करने के लिए गणेश उत्सव को बडे स्तर पर आयोजित किया था, जो धीरे-धीरे पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा है. आज गणपति उत्सव महाराष्?ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में एक प्रकार के राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है। जिस समय तिलक जी ने इस उत्सव को बडे स्तर पर मनाना शुरू किया था, उस समय वे एक युवा क्रांतिकारी और गर्म दल के नेता के रूप में जाने जाते थे. वे बहुत ही स्पष्ट वक्ता और प्रभावी भाषण देने में माहिर थे. तिलक ‘स्वराज’ के लिए संघर्ष कर रहे थे और वे अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहते थे. इसके लिए उन्हें ऐसा सार्वजनिक मंच चाहिए था, जहां से उनके विचार अधिकांश लोगों तक पहुंच सकें और इस काम के लिए उन्होंने गणपति उत्सव को चुना. उसी गणेश उत्सव का सुंदर व भव्य स्वरूप हमें आज दिखाई देता है. बाल गंगाधर तिलक के इस कार्य से स्वराज आंदोलन को बल मिला और भारत आजाद होने में एक कदम और आगे बढा. इस उत्सव ने आम जनता को भी स्वराज के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी और उनमें जोश भर दिया. इस तरह से गणपति उत्सव ने भी आजादी की लड़ाई में अव्?यक्?त रूप से एक अहम भूमिका निभाई.बाल गंगाधर तिलक ने सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। लाख बंदिशों के बावजूद तिलक ने लोगों में जनजागृति का कार्यक्रम पूरा करने के लिए महाराष्ट्र के पुणे में 1893 गणेश उत्सव का आयोजन किया। इस त्योहार के माध्यम से जनता में देशप्रेम और अंग्रेजों के अन्यायों के विरुद्ध संघर्ष का साहस भरा गया। वहीं हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाराष्ट्र मंडल, रायगढ़ द्वारा शहर में भी सार्वजनिक गणेश उत्सव का आयोजन नटवर स्कूल प्रांगण में भव्य पंडाल और सुंदर सजावट के साथ गणेश जी की स्थापना करके मनाया जा रहा है। रायगढ़ के मराठी परिवार के सदस्य एवं अन्य नगरवासीयों की उपस्थिति में रोज सुबह 8 बजे, शाम 8:30 बजे गणेश भगवान की पूजा-अर्चना -आरती कर प्रसाद वितरण किया जाता है। विगत बुधवार 20 को ऋषि पंचमी के दिन श्री गजानन महाराज का परायण एवं स्तुति मराठी समाज के सदस्यों द्वारा किया गया। गुरुवार 21 सितंबर को सामूहिक अथर्वशीर्ष का पाठ किया जाएगा और तत्पश्चात श्री गणेश जी की पूजा- अर्चना -आरती कर प्रसाद वितरण किया जाएगा। इसी तारतम्य में 28 तारीख तक मंडल के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये हैं। बड़ी संख्या में लोग आरती में शामिल हो कर, भक्ति पूर्ण माहौल पर पूजा, अर्चना एवं आरती करके गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। महाराष्ट्र मंडल रायगढ़ सन 1950 से लगातार गणेशोत्सव मना रहा है। महाराष्ट्र मंडल रायगढ़ के गणपति बप्पा के दर्शन करने रायगढ़ के अलावा पास के अन्य शहरों से भी श्रद्धालुगण इन दस दिनों में आते हैं और अपनी मनोकामनाएं बप्पा से निवेदित करते हैं।