बिलाईगढ़। अनुविभाग मुख्यालय बिलाईगढ़ के अंतर्गत वन परिक्षेत्र कार्यालय बिलाईगढ़ में नवपदस्थ रेंजर के द्वारा लगातार कार्यवाही करने से अवैध कारोबारियों में हडक़म्प मचा हुआ है,आज दिनांक 07 अक्टूबर को उन्होंने 1.663 घन मीटर इमारती लकड़ी सागौन प्रजाति जिनकी बाजार मूल्य लगभग पौने दो लाख रुपया जब्त किया है तथा सप्ताह भर पूर्व वन्य प्राणी शिकार करने के प्रयास में एक शिकारी को पकड़ कर न्यायालय के सुपुर्द करने के पश्चात जेल दाखिला करा दिया गया है।
प्राप्त समाचार के अनुसार वन परिक्षेत्र बिलाईगढ़ में नवपदस्थ रेंजर एम एल बंजारे एवं उनके टीम ने कल दिनांक 7 अक्टूबर को ग्राम बांस उरकुली में टावर के पास से तीन नग लकड़ी का बड़ा गोला सागौन लकड़ी को लावारिस हालत में जब्त कर वन अधिनियम के तहत कार्यवाही किया गया, रेंजर एम एल बंजारे ने बताया कि उक्त जप्त भारी भरकम लकड़ी को देखने से पता चलता है कि यह लकड़ी कम से कम 60 से 70 वर्ष में तैयार हुआ होगा,जिसे आरा से काटा गया है। कार्यालयीन सूत्रों के मुताबिक पूरन प्रताप सिंह बांस उरकुली के द्वारा यह मेरा लकड़ी है करने का दावा किया जा रहा है, किंतु उनके द्वारा पर्याप्त साक्ष्य एवं वैध कागज प्रस्तुत नहीं करने से उक्त लावारिस इमारती लकड़ी को जब्त किया गया। उक्त जब्त सागौन लकड़ी 1.663 घन मीटर का है जिनकी बाजार मूल्य लगभग पौने दो लाख रुपया है,लावारिस सागौन लकड़ी को भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26,1, च के तहत कार्यवाही किया गया।
एक दूसरी घटना जो की इसी वन परिक्षेत्र के सलीहा सर्किल का है जिसमें आरोपी चंदन सिंह वल्द छतर सिंह गोड़ उम्र 33 वर्ष जो की जंगल के कक्ष क्रमांक 402 कोलडीपा परिसर में तार फैलाकर करंट से वन्य प्राणी शिकार करने के प्रयास के दौरान उनके पास से रंगे हाथ दो किलो जी आई तार, 62 नग प्लास्टिक का गुटका सहित रंगे हाथ पकड़ कर गिरफ्तार करते हुए, पी ओ आर नंबर 16376 / 20 दिनांक 28/09/ 25 को कार्यवाही कर कोर्ट में पेश किए जाने पर न्यायाधीश ने उसे सारंगढ़ उपजेल दाखिला करा दिया। उक्त कार्रवाई में प्रमुख रूप से वन परीक्षेत्र अधिकारी एम एल बंजारे, डिप्टी रेंजर धर्मेंद्र कर्ष, अरविंद कर्ष ,वनरक्षक अश्वनी हिरवानी,राकेश चंद्रा,एवं अन्य वन्य कर्मचारी व चौकीदार शामिल रहे।
पौने दो लाख का सागौन लकड़ी जप्त
वन्य प्राणी शिकार करने के प्रयास में एक आरोपी को भी किया गिरफ्त
