खरसिया। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी दिवस के पावन अवसर पर सिख एवं सिंधी समुदाय ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए पंजाबी गुरु द्वारा से शोभायात्रा निकाली, जो नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए सिंधी गुरुद्वारा पहुंची। जहां मत्था टेककर इस पावन यात्रा का समापन किया गया।
पूरी यात्रा के दौरान गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को सम्मानपूर्वक याद करते हुए उनके जीवन चरित्र का गुणगान करते हुए यह रैली निकाली। गुरु तेग बहादुर जी को उनके हिम्मत भरे रवैये के लिए ‘हिंद की चादर’ और ‘भारत की ढाल’ के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने कश्मीरी पंडितों और अन्य लोगों के विश्वास और आजादी के अधिकार की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी थी। यह दिन सन 1675 में मुगल बादशाह औरंगजेब की तरफ से नौवें सिख गुरु को फांसी दिए जाने की याद में मनाया जाता है। इस दिन लोग जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर के बलिदान का सम्मान करते हैं।
गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं शहीदी की याद में निकाली गई रैली



