रायगढ़. छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल में काम करने वाले कनिष्ठ यंत्री से सहायक यंत्री के पदोन्नति में कटौती करने को लेकर रायगढ़ विद्युत विभाग के अभियंता संघ ने आंदोलन शुरू कर दिया है। इससे पहले चरण में काली पट्टी लगाकर काम कर रहे हैं, वहीं मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौपा है, अगर मंाग पूरी नहीं होती है तो अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने का निणर्य लिया है।
उल्लेखनीय है कि पावर कंपनी के डिस्ट्रीव्यूशन, जनरेशन, ट्रांसमिशन में काम करने वाले कनिष्ठ यत्री से सहायक यत्री के पदोन्नति में पहले 70 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था, लेकिन शासन द्वारा इसमें कटौती करते हुए 40 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे पत्रोपाधि अभियंता के पदोन्नति में समस्या आने लगी है। अभियंताओं का कहना है कि पहले 70 प्रतिशत था तो 9 साल तक काम करने के बाद आटोमेटिक पदोन्नति मिल जाता था, लेकिन इसमें कटौती होने के बाद अब पदोन्नति होने पर 20 लग जाएगा, इससे इनको नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर राज्य स्तर पर इसके लिए चर्चा की गई थी, लेकिन अभी तक इसमें कोई निर्णय नहंी हुआ है, इससे विद्युत विभाग के अभियंता संघ ने 06 अक्टूबर से काली पट्टी लगाकर काम कर रहे हैं। वहीं 07 अक्टूबर को दर्जनेां की संख्या में अभियंताओं ने एकत्र होकर अधीक्षण यत्री रायगढ़ को आठ सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल की भी चेतावनी दी है।
चार चरण में होगा आंदेालन
इस संंबंध में अदोलनरत अभियंता संघ का कहना है कि अगर समय रहते 70 प्रतिशत आरक्षण को नहीं किया जाता है तो अभी पांच अक्टूबर से काली पट्टी लगाकर काम कर रहे हैं, फिर 9 अक्टूबर को पावर कंपनी मुख्यालय रायपुर गेट के सामने प्रदर्शन व आमसभा के साथ ज्ञापन सौंपेगे, फिर तीसरे चरण में 18 नवंबर को एक दिवसीय काम बंद आंदोलन होगा, इसके बाद चौथे चरण में 25 नवंबर से सभी अभियंतागण अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस दौरान हो भी काम प्रभावित होगा, इसका जिम्मेदार पावर कंपनी होगा।
आम उपभोक्ताओं की बढ़ेगी परेशानी
उल्लेखनीय है कि बिजली विभाग के सभी जेई एक साथ आंदोलन के मुड़ में आ गए है, हालाकि इनका कहना है कि अक्टूबर माह में दीपावली सहित अन्य त्यौहार होन के कारण अभी काली पट्टी लगाकर काम कर रहे हैं, लेकिन नवंबर माह तक इनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो 25 नवंबर से प्रदेशभर के जेई अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएगे, इससे आम उपभोक्ताओं को परेशानी होगी ही, साथ ही कपंनी को भी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। इसके चलते अभी माहभर तक काली पट्टी के साथ काम करने का निर्णय लिया है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि इसमें नया मांग नहीं है पुरानी मांग ही जो पहले से चला आ रहा था, उसी की मांग की जा रही है, लेकिन इसके बाद भी मांगों को अनसुना किया जा रहा है, जिसको लेकर कर्मचारियों में आक्रोश पनप रहा है।
यह है आठ सूत्रीय मांग
अभियंता संघ के प्रमुख मांगों में पॉवर कंपनी के डिस्ट्रीब्यूशन, जनरेशन एवं ट्रांसमिशन में कनिष्ठ यत्री से सहायक यंत्री के पदोन्नति में 70 प्रतिशत किया जाए। पुरानी पेंशन की पुन: बहाली, पर्वू में द्धिपक्षीय वार्ता एवं घोषणा के अनुरूप पावर कंपनीज में पेंशन बहाल किया जाए। जनरेशन कंपनी में त्रुटीपूर्वक बंद किए क्षतिपूर्ति भत्ता को पुन: चालू किया जाए। विद्युत लाइनो के आवश्यक मरम्मत कार्य हेतु मूलभूत सामग्री जैसे केबल, इंसुलेटर, एलटी/ एचटी बुशिंग रॉड, लग्स, एनटी फ्यूज, डीओ फ्यूज, ट्रांसफार्मर तेल आदि की उपलब्धता सुनिचित करें। कंपनी के नियमित कर्मचारियों की भर्ती तत्काल की जाए तथा संविदा कर्मचारियों को नियमिति किया जाए। कनिष्ठ यंत्री के त्रुटिपूर्ण उच्चवेतनमान56100 के जगह पर 57800 किया जाए। विभागीय जांच को समय सीमा में पूर्ण किया जाए तथा आठवें मांग में पूर्व के द्विपक्षीय वार्ता के मांगों को अविलंब पूर्ण करने की मांग किया है।
8 सूत्रीय मांग को लेकर विद्युत कर्मचारी काली पट्टी लगाकर कर रहे काम
अभियंता संघ ने अपनी मांगों को लेकर अधीक्षण यत्री को सौंपा ज्ञापन, मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चत कालीन हड़ताल की चेतावनी
