रायगढ़। विजयादशमी पर्व के अवसर पर शहर में मुख्यरूप से तीन स्थानों पर रावण दहन का कार्यक्रम किया गया। तीनों स्थानों पर क्रमश: रायगढ़ विधायक व वित्तमंत्री ओपी चौधरी रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। जिससे देर रात तक शहर में गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही, इस दौरान शहर के सभी मार्ग करीब घंटाभर के लिए पूरी तरह से जाम हो गया था, लेकिन पुलिस की तैनाती के बाद भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं भीड़ को देखते हुए इस बार बड़ी संख्या में पुलिस की ड्यूटी लगाई थी।
उल्लेखनीय है कि शहर में समितियों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया था। जो अलग-अलग समय में तीनों जगह रावण के पुतले का दहन किया गया। ऐसे में रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष दीपक पांडे ने बताया कि नवरात्र शुरू होने के बाद से ही रामलीला मैदान में रामलीला का मंचन हो रहा था, जो गुरुवार को दसवें दिन दशहरा पर्व पर रावण दहन के बाद समाप्त हुआ। वहीं अन्य सालों की तरह इस साल भी शहर के अलग-अलग चार स्थानों पर यह कार्यक्रम किया गया, जिसमें रामलीला मैदान, संजय मैदान, नटवर स्कूल मैदान व मिनी स्टेडियम चक्रधर नगर में रावण का प्रतिमा तैयार किया गया था। जहां शाम होते ही आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया और देर रात तक चलता रहा। इस बीच आयोजन समिति द्वारा आयोजित किए गए रामलीला में राम-रावण युद्ध के बाद रावण का दहन किया गया। वहीं बताया जा रहा है कि रायगढ़ के रामलीला मैदान में परंपरा के अनुसार पिछले पांच दशक से ज्यादा समय से रामलीला का मंचन होता आ रहा है। इस कारण अब इस खेल मैदान का नामकरण ही रामलीला मैदान के नाम पर हो चुका है। जिससे जिले भर के लोग इसी नाम से पुकारते हैं । प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सार्वजनिक रामलीला समिति द्वारा नवरात्रि के पूरे दस दिनों तक रामलीला का मंचन किया है,जिसमें पूरे नवरात्र भर शाम होते ही यहां लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती थी और लोग पूरे उत्साह के साथ रामलीला का आनंद उठा रहे थे।
वहीं इस संबंध में सार्वजनिक रामलीला समिति के अध्यक्ष दीपक पांडेय ने बताया कि गुरुवार शाम 5.30 बजे रामलीला मैदान से रामजी की सवारी निकली थी जो शहर के चौक-चौराहे होते हुए पूरे शहर का भ्रमण करते हुए रामलीला मैदान पहुंची, जहां राम-रावण युद्ध के बाद रात करीब 10.30 बजे असत्य पर सत्य के जीत का प्रतीक रावण के 57 फीट के पुतले को दहन किया गया। वहीं चक्रधरनगर दशहरा समिति के संरक्षक पंकज कंकरवाल ने बताया कि मिनी स्टेडियम में शाम करीब 7 बजे कार्यक्रम शुरू हो गया था, जो देर शाम करीब 8 बजे रावण दहन किया गया। वहीं युवा समिति स्टेशन चौक के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने बताया कि इस बार नटवर स्कूल मैदान में करीब 53 फीट ऊंची रावण का पुतला तैयार किया गया था जो रात करीब 8.30 बजे दहन किया गया, साथ ही रामभाठा संजय मैदान में भी 50 फीट ऊंचा रावण के प्रतिमा का दहन किया गया।
मुख्य अतिथि रहे वित्तमंत्री ओपी चौधरी
उल्लेखनीय है कि इस बार रावण दहन कार्यक्रम में रामलीला मैदान में मुख्य अतिथि वित्तमंत्री ओपी चौधरी, शंकर अग्रवाल रहे, इसके साथ ही महापौर जीवर्धन चौहान, गुरुपाल भल्ला सहित अन्य भाजपा नेता शामिल रहे। इसके साथ ही नटवर स्कूल मैदान और मिनी स्टेडियम में भी मुख्य अतिथि के तौर पर ओपी चौधरी, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, आरएसएस के प्रांताध्यक्ष, उमेश अग्रवाल, गरुपाल भल्ला सहित अन्य लोग शामिल रहे। जो बारी-बारी से तीनों कार्यक्रम में भाग लिया।
हजारों की संख्या में पहुंचे थे लोग
उल्लेखनीय है कि दशहरा व रावण दहन देखने के लिए शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। जिससे अंदाजा लगाया गया था कि इस बार करीब 50 से 60 हजार की संख्या में लोग शािमल हुए थे। इस दौरान आयोजन समिति द्वारा नेताओं को आमंत्रित किया गया था, जिससे दोनों ही प्रमुख दलों के नेता आयोजन में शामिल हुए थे।
शहर के सभी सडकें हो गई थी जाम
ुगुरुवार शाम से ही लोगों का आना शुरू हो गया था, इस दौरान ज्यादातर लोग शहर के चौक-चौराहो में विराजमान दुर्गा प्रतिमा का दर्शन के साथ भगवान राम के शोभायात्रा में शामिल हुए, इसके बाद रावण दहन आयोजन में शामिल हुए। इससे तीनों जगह रावण दहन का अलग-अलग समय होने के कारण लोग इस स्थल से उस स्थल की ओर भागते नजर आए, जिससे घंटों शहर की सडक़ों में जाम की स्थिति बनी रही।
पुलिस की रही तैनाती
शहर में लोगों की भीड़ को देखते हुए चौक-चौराहों सहित कार्यक्रम स्थल में भी पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो, लेकिन लोगों की अधिक भीड़ होने के कारण जाम खुलवाने में पुलिस की भी पसीने छुट गए थे, ऐसे में कई जगह मार्ग को वनवे भी बनाया गया था, लेकिन इसके बाद भी कुछ खास राहत नहीं मिली थी।
असत्य पर सत्य की जीत, लंका नरेश रावण के पुतले का हुआ दहन
शहर के तीन स्थानों पर रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए वित्तमंत्री ओपी चौधरी, पुलिस की रही चाक-चौबंद व्यवस्था
