रायगढ़। गर्मी का मौसम की शुरूआत होते ही स्टेशन के स्टालों में रेल नीर की शार्टेज शुरू हो गई है, इससे इन दिनों सफर करने वाले यात्रियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है, साथ ही पानी नहीं होने से स्टाल संचालकों को भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में अभी से गर्मी की शुरूआत हो गई है, जिससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्री ट्रेन रुकते ही पानी के लिए दौड़ लगाना शुरू कर दे रहे हैं, लेकिन स्टेशन के स्टालों में विगत दो दिनों से रेल नीर खत्म हो गया है, जिसका खमियाजा इन दिनों यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में अब स्थिति ऐसी बन गई है कि जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुं्रचती है वैसे ही कोई हाथों में बोतल लिए तो कोई बोतल खरीदने के लिए स्टालों की तरफ दौड़ लगा दे रहे हैं, लेकिन जैसे ही स्टाल पहुंचते हैं तो स्टाल संचालकों द्वारा यह कहा जाता है कि पानी नहीं है। जिससे यात्रियों को स्टेशन में लगे नलों की ओर भागना पड़ता है, जिसको लेकर यात्रियों में आक्रोश भी देखा जा रहा है।
वहीं यात्रियों का कहना है कि स्टेशन के नलों से आने वाला पानी कितना शुद्ध है, कुछ कहा नहीं जा सकता, ऐसे में इस पानी का उपयोग करना भी सेहत के के लिए हानिकारक हो सकता है, जिसके चलते ज्यादातर यात्री सफर के दौरान बोतल बंद पानी पर ही ज्यादा भरोसा करते हैं। ऐसे में इन दिनों बोतल बंद पानी नहीं मिलने की स्थिति में मजबूरी में पानी भरना पड़ रहा है। साथ ही कई बार तो नलों पर भीड़ होने के कारण ट्रेन चालू हो जाने से खाली बोतल भी लेकर लौटना पड़ रहा है। इससे सफर में दिक्कत आ रही है।
उल्लेखनीय है कि स्टाल संचालकों को रेलवे विभाग द्वारा शख्त निर्देशित किया गया है कि यहां वहीं सामान बिक्री करना है, जिसका परमिशन विभाग द्वारा दिया गया है। ऐसे में अब यहां रेल नीर सप्लाई नहीं होने की स्थिति में बाहरी पानी भी नहीं बेच सकते हैं। ऐसे में स्टाल संचालक व रेलवे की नियमों की बीच यात्रियों को पीसना पड़ रहा है।
प्लांट बंद होने का हवाला
उल्लेखनीय है कि पहले रेल नीर की सप्लाई बिलासपुर में संचालित प्लांट होता था, जिससे समय से सप्लाई हो जा रहा था, लेकिन विगत छह माह से यहां की प्लांट बंद हो गया है, इससे अब नागपुर के प्लांट से रायगढ़ में पानी की सप्लाई हो रही है। ऐसे में वहां से पानी की खेप आते तक काफी समय लग जा रहा है, जिसके चलते शार्टेज की समस्या आ रही है। वहीं रेल नीर की शार्टेज होने से जहां यात्री परेशान हो रहे हैं तो वहीं स्टाल संचालकों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। वहीं संचालकों की मानें तो उनको पानी नहीं होने से उनकी कमाई काफी कम हो जाती है, जिससे दुकान का किराया निकालना मुश्किल हो जाता है, साथ ही अब गर्मी का मौसम शुरू होने से पानी की खपत भी बढ़ गई है, ऐसे में अगर रेल नीर उपलब्ध नहीं होता है तो काफी नुकसान होगा।
गर्मी शुरू होते ही स्टेशन में रेल नीर की होने लगी शार्टेज
विगत दो दिनों से स्टालों में नहीं है पानी, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
