सारंगढ़। ग्रापं नवरंगपुर में शिक्षक सम्मान एवं विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिपं अध्यक्ष संजय भूषण पांडे, कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े, विशेष अतिथि के रूप में सभापति जिपं डॉ हरिहर जायसवाल के द्वारा कार्यक्रम शुभारंभ किया गया। शाला व ग्रामीणों के द्वारा औपचारिकता का निर्वहन करते हुए सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। मंच को संबोधित करते हुए जिपं अध्यक्ष संजय भूषण पांडे ने कहा कि अगर एक इंजीनियर गलती करे तो एक सडक़ गलत बन सकती है, डॉक्टर गलती करे तो एक मरीज मर सकता है, लेकिन अगर शिक्षक गलती करे तो एक पूरी पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।शिक्षक समाज का भाग्य विधाता होता है। यह केवल एक औपचारिक समारोह नहीं बल्कि, एक युग की विदाई जैसा था, जिसे शब्दों में पिरोना कठिन है। अपने 42 वर्षीय शिक्षक की जीवन में उन्होंने केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही उल्लेखनीय योग दान दिया बल्कि विद्यार्थियों के जीवन में सच्चे मार्गदर्शक प्रेरणा स्रोत और जीवन मूल्यों के वाहक बने।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े ने कहा कि हमारे नन्हे मुन्ने बच्चे गीली मिट्टी के समान होते हैं। शिक्षक, माता-पिता एवं समाज उन्हें कुशल कारीगर के भांति अपने साधना एवं श्रम से उन्हें मनचाहे आकार दे सकते हैं। जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति डॉ हरिहर जायसवाल ने कहा कि बच्चों को विषय के प्रति समझ एवं उनके ज्ञानवर्धन करने के साथ-साथ बचपन से ही अच्छे आदतों का निर्माण एवं समझ भी पैदा करना चाहिए। जीवन में उपलब्धि हासिल करने के लिए अच्छी शिक्षा एवं ज्ञान के साथ-साथ अनुशासन एवं अच्छे चरित्र का निर्माण भी किया जाना अत्यंत आवश्यक है। विद्यार्थियों में नैतिक शिक्षा एवं संस्कार के साथ-साथ मानवीय मूल्य का बोध भी उन्हें बचपन से कराना चाहिए। सभी अतिथियों के द्वारा रिटायर्ड शिक्षकों को सम्मानित किया गया, साथ ही साथ उनसे आशीष वचन कहलाए।कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में प्रबुद्ध ग्रामीण उपस्थित रहे।
शिक्षक समाज का भाग्य विधाता होता है : संजय
