रायगढ़। 26 सितबंर को रेलवे अंडर ग्राउंड पुल के बगल में एक बुजूर्ग का शव मिला था। जिसके बाद से आरोपियों की तालाश पुलिस कर रही थी। चार दिन बाद पुलिस ने मामले में बुजूर्ग की हत्या करने वाले युवक और उसकी पत्नी व उसकी मां कामवाली बाई को हिरासत में ले लिया है। मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक 25 सितबंर की रात को रमेश तिवारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी और 26 सितबंर को लहूलुहान हालत में उसका शव घर में मिला था। घर में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर को लेकर हत्यारा भाग गया था, लेकिन चार दिन से लगातार मामले में जांच कर रही पुलिस को रविवार को सफलता मिल गई।
इस मामले में पुलिस ने कामवाली बाई साधमति व उसका बेटा दीपक यादव और उसकी पत्नी को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले थे। जिसके बाद पुलिस ने शाम करीब साढ़े पांच बजे कामवाली बाई व उसका बेटा को उसके घर सावित्री नगर रोड पर लकड़ी टाल के सामने वाली कॉलोनी से पकड़ा है। हांलाकि इस मामले में पुलिस अधिकारी अभी कुछ नहीं कह रहे हैं और पूछताछ के बाद सोमवार को पूरे मामले का खुलासा करने की बात कह रहे हैं।
पीछे के दरवाजा से घुसा था आरोपी
बताया जा रहा है कि आरोपी रात को पीछे दरवाजा से घुस था। तभी रमेश तिवारी उसकी आहट मिलने से वह जाग गया और दीपक को पहचान लिया। ऐसे में दीपक ने उसके उपर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि किसी भारी सामान से उसके सिर पर मारा था और परिजनों का कहना है कि रूपए के कारण दीपक ने उसके पिता की हत्या कर दी।
फांसी की सजा देनी चाहिए
इस मामले में रमेश तिवारी की छोटी बेटी रीना शिवहरे ने बताया कि वे चार बहने हैं और शादी के बाद सभी अपने ससुराल में रहते हैं। उसके पिता अकेले घर में रहते थे। दीपक व उनके परिवार से बचपन से जान पहचान थी। वे सभी एक साथ खेलकूद कर बड़े हुए थे। उसका कहना है कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा। रूपए के लालच में उसने इस घटना को अंजाम दिया है और दोषी को फांसी की सजा होनी चाहिए।