रायगढ़। गढ़उमरिया में जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया, जिसमें 855 से अधिक रोगियों का नि:शुल्क उपचार किया गया। इस शिविर का आयोजन आयुर्वेद जन-जन के लिए, पृथ्वी के कल्याण के लिए थीम पर किया गया। शिविर का शुभारंभ प्रात: 10 बजे भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना के साथ हुआ। कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष पुसौर श्रीमती हेमलता चौहान, श्रीमती भाग्यवती डोलनारायण नायक जिला पंचायत सदस्य, श्री नित्यानंद यादव, श्री दुलार साहू एवं डॉ.सी.एस. गौरहा जिला आयुष अधिकारी उपस्थित रहे।
शिविर प्रभारी डॉ. नीरज मिश्रा ने आयुर्वेद की वैज्ञानिकता, प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों की उपयोगिता तथा जनसामान्य के बीच इसकी पहुंच बढ़ाने पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पूर्वकाल में गांव-गांव वैद्य होते थे जो नाड़ी परीक्षण कर जड़ी-बूटियों से इलाज करते थे, और आज शासन इन पद्धतियों को पुन: जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। इस दौरान गिलोय (गुड़ुचादी) काढ़ा पिलाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का संदेश दिया गया। मौके पर नेत्र परीक्षण व आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध करायी गई। वहीं आयुर्वेदिक जागरूकता के लिए पाम्पलेट व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। साथ ही मधुमेह, उच्च रक्तचाप, वातरोग, ऋतुचर्या, योगाभ्यास आदि की जानकारी दी गई। शिविर की सफलता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में भी ऐसे शिविर आयोजित करने की मांग की, जिस पर जिला आयुष अधिकारी ने आवश्यकतानुसार शिविर आयोजित करने का आश्वासन दिया।
855 मरीजों का हुआ उपचार
जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला में जिसमें कुल 855 मरीजों का उपचार किया गया। इनमें 740 मरीजों का आयुर्वेद पद्धति से, 115 मरीजों का होम्योपैथी पद्धति से उपचार किया गया। साथ ही 175 लोगों का रक्त परीक्षण किया गया। इस आयोजन में डॉ. मीरा भगत, डॉ. सुभाष झा, डॉ. राय चौधरी, डॉ. विभा, डॉ. कुणाल पटेल, डॉ. अजय नायक, डॉ. प्रियंका नायक, डॉ. अनुराधा सिंह, डॉ. नरसिंग पटेल, और अन्य चिकित्सकों सहित विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा।
गढ़उमरिया में जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला आयोजित, 855 मरीजों का हुआ उपचार
