जशपुरनगर। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुम नाबालिक गूंगी बच्ची को पुलिस ने उनके परिजनों से मिलवाया, बच्ची बस में चढक़र सन्ना पहुंच गई थी, शमीम बस के परिचालक हाफिज खान ने गूंगी बच्ची को कहीं अन्यत्र न, उतारकर, सकुशल सन्ना पुलिस को सौंपा था। पुलिस गूंगी बच्ची के परिजनों को ढूंढ कर रही थी, पुलिस के लगातार प्रयास से अंतत: गुम गूंगी बच्ची के परिजनों को ढूंढ कर सकुशल सुपुर्द किया है।
पुलिस सूत्रों सं मिली जानकारी अनुसार 22 जुलाई को करीबन 15-16 वर्ष की एक गूंगी बच्ची, शमीम बस में बैठकर बगीचा से सन्ना आ गई थी, बस के परिचालक हाफिज खान उम्र 48 वर्ष निवासी सन्ना के द्वारा गूंगी बच्ची को अकेली बैठी देखकर, उससे उसका नाम पता पूछने का प्रयास किया गया, परंतु बच्ची गूंगी होने के कारण कुछ नहीं बता पा रही थी, जिस पर शमीम बस के परिचालक हाफिज खान के द्वारा गूंगी बच्ची को थाना सन्ना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस के द्वारा भी अपने स्तर पर भी पूछताछ का प्रयास किया गया, परंतु गूंगी बच्ची कुछ बता नहीं पा रही थी, जिस पर पुलिस के द्वारा बच्ची की फोटो की सोशल मीडिया के जरिए सर्कुलेट किया गया, साथ ही आस पास के थानों में किसी गूंगी बच्ची के गुम इंसान दर्ज प्रकरणों की भी जानकारी ली जा रही थी, इसी दौरान पुलिस को पता चला कि उक्त गूंगी बच्ची जशपुर क्षेत्रांतर्गत एक ग्राम की है, जिस पर पुलिस के द्वारा बच्ची के परिजनों को जशपुर क्षेत्र से ढूंढ, सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
मामले की कार्यवाही व गुम बच्ची के परिजनों को ढूंढने में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली जशपुर निरीक्षक श्री आशीष तिवारी,थाना प्रभारी सन्ना उप निरीक्षक श्री बृजेश यादव, यातायात पुलिस जशपुर से सहायक उप निरीक्षक श्री मनोज सिंह, व सन्ना थाना पुलिस स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए गुम गूंगी बच्ची को, उनके परिजनों से मिलवाया है, बस के कंडक्टर का कार्य बहुत ही सराहनीय है, जनता व पुलिस के मध्य अच्छे संवाद का ही नतीजा है कि गूंगी बच्ची को सकुशल परिजनों से मिलवाया जा सका, बस कंडक्टर को उचित इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।
पुलिस ने गुम गुंगी बच्ची को परिजनों से मिलाया
