पंखाजूर। शंर्घषशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन छत्तीसगढ़ की बैठक सोमवार को संपन्न हुई। बैठक में आंगनबाड़ी संचालित आनलाइन काम को लेकर बनाई गई है रणनीति, केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार योजना पर काम करा रही देश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका से, जिसमें व्यहारिक समस्या बहुत ज्यादा है, प्रतिदिन बच्चों का हेट काउंट का फोटो क्यपचार करना है, जिसमें मोबाइल स्क्रीन पर केवल पांच से छ: बच्चों का फेर क्यपचार होता है, उससे अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज है, उन सभी बच्चों के लिए समस्या उत्पन्न हो रहा है,इस पर युनियान अध्यक्ष कल्पना चंद ने कहा है की संघर्षशील यूनियन केन्द्र एवं राज्य सरकार के नाम पर ज्ञापन सौपे है। कि हमारी नियुक्ती जिस काम के लिए हुआ है। उस काम से बाहर ऑनलाइन काम करने की अनुभव एंव कम्प्यूटर की ज्ञान संम्म्बधित टेक्निकली शिक्षा प्राप्त नहीं है।उसे लेकर तमाम संगठन एवं संयुक्त मंच लगातार पोषण टे्कर एप में आ रही समस्या को लेकर संघर्ष कर रही है, सरकार हमारी समस्या को समझें और काम में सरलता लायें, आंगनवाड़ी की मुल काम 6,सेवा 5 उद्देश्य के आधार पर काम लें। मौखिक लिखित पत्राचार में से लगातार दबाव बनाने के कारण हम मानसिक रूप से प्रताडि़त है।आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका परेशनियों का सामना नहीं कर प रहे है। जबकि देश में 28 लाख संख्या में कार्यकर्ता सहायीका के साथ -साथ छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग एक लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका है। 78 वर्ष की आजाद भारत में 50 वर्ष की सेवा प्रदान देने वाले महिलाएं नियमितीकरण न्यूनतम वेतनमान, पेन्शन, अनुकंपा नियूक्ति आदि शासकीय कर्मचारीओ की अधिकार से वंचित है।कार्यकर्ता सहायीकाओं को न तों शासकीय कर्मचारी की दर्जा दे रहे न ही पेंशन ग्रेच्युटी अनुकम्पा सुपरवाइजर में प्रोमोशन एक भी हक नहीं मिला। ऊपर से काम के ऊपर काम का बोझ बड़ते जा रहा है युनियान उपाध्यक्ष, सिमा बढई, सचिव, अंजु मल्लिक,चायना मंडल, कोषाध्यक्ष बासन्ती विस्वास ने कहां की संयुक्त मंच की ओर से सरकार का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश कर रहे है। एवं विभिन्न माध्यमों से अवगत करा रहे है की उक्त मांगो को सरकार गंभीरता से ले जब तक मांगो पर विचार नही करेंगे तब तक आनलाइन काम ई-केवाईसी, आरएफएस फेस केप्चर इत्यादि करने में असमर्थ रहेंगे।ऑनलाइन का उक्त कार्य बंद है, बंद रहेगा, सरकार से अपील है संयुक्त मंच एवं यूनियन की प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करे एवं साकारात्मक कदम उठाए।कार्य करने में सहूलियत हो। क्रमिक हड़ताल की कर्म सुची 10/3/25 को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार को ज्ञापन सौंपा गया है, आगे आंदोलन करने के लिए हमें मजबूर न किया जाए, हमारी मांग जल्दी पुरा करें शंर्घषशील युनियान सरकार से मांग करते है की आनलाइन काम के लिए आपरेटर नियुक्त करें, गांव गांव में नेटवर्क समस्या है, बिजली कि समस्या समाधान करें। ऑनलाइन की काम के लिए परिवार के सभी परेशान हैं,अली गली में आज कार्यकर्ता सहायिका आनलाइन काम के लिए चौतरफा भटक रहे है उसके बाद भी मुक्ति नहीं मिल रहे है। नेटवर्क के लिए दिनरात एक कर के ढुंढनते रहना हैं, जों की बेहद
निन्दा की बात है।जिन्हे कुपोषण दूर करने की जिम्मेदारी सौपा वो स्वयं तमाम टेशन से मानसिक एवं अन्य बिमारीओं से पीडि़त है, मानसिक रूप से, इतना दबाव आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को दिया जा रहा है, मानदेय काटेंगे, नोकरी छोड़ो, नोटिस जारी होगी तमाम प्रकार की धमकी दी जा रही है, हमें आनलाइन काम के लिए साल भर में केवल 2000 रुपए महीने में 200 रुपए भी नहीं दिया जाता है, सरकार से हमारी निवेदन है आज कोन सी कंपनी के पास इतना कम रुपए में डेटा चार्ज मिलता है,जब कंपनी के पास नहीं है, तों आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कैसे मुबाईल में कहा से रिचार्ज करें। सरकार जों मुबाईल दिया है,उस मुबाईल से काम नहीं होता है। काम सहूलियत करने के बदले बोझ बरा रहे है। नई योजना शुरू करने से पहले मुलभुत सुविधाओं के साथ सही साधन जरूरी है,5 जी की अच्छी क्वालिटी का मुबाइल दें, प्रत्येक माह 350 रूपए डेटा चार्ज दे, काम को सरल करे, आंगनवाड़ी सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित करें, जबत कर्मचारी की दर्जा न दे तबतक जीने लायक बेतन दे। जों जों सुविधा दिया जाता है, हमें भी मुहैया कराई जाए, संयुक्त मंच है, हमारी प्रतिनिधि से बात करें,जब तक नहीं तब तक हमारी शंर्घष जारी रहेगा, बैठक में शंघर्षशील युनियान की यूनियन की साधारण सदस्यों के साथ पदाधिकारियों ने यूनियन की सिद्धांत एवं विचारों को सांझा कर एकता की परिचय देते हुए आगे की लड़ाई लडऩे की रणनिती तैयार की है,हम होंगे कामयाब, अभी तो अगराई है। आगे ओर लड़ाई है,हम लड़ेंगे हम जीतेंगे, इन्कलाब जिन्दाबाद की गगनभेदी नारा लगाते हुऐ गर्म जोश से उर्जावान, नई उम्मीद के साथ कार्यकर्ता सहायीका घर वापसी हुंआ।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायीका की नियुक्ति के आधार के बाहर ऑनलाइन काम से परेशान
