रायपुर। छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने के साथ ही अब ब्यूरोक्रेसी का चेहरा भी बदलेगी। कांग्रेस सरकार में लूप लाइन में रहे अफसर बड़ी जिम्मेदारी के साथ लौट सकते हैं। ऐसे में सरकार के करीब रहने के लिए अफसरों ने लॉबिंग शुरू कर दी है।
नेताओं के जीतने और सरकार बनने पर अफसर मुलाकात कर बधाई दे रहे हैं और पुराने संबंध याद दिला रहे हैं। वर्तमान में पदस्थ अफसर जो बीजेपी नेताओं के करीबी हैं, वो भी इस रेस में शामिल हैं।
इसमें बड़ा पद मुख्य सचिव और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक का है। ऐसे में उसके लिए भी रेस शुरू हो गई है। मुख्य सचिव पद के लिए मौजूदा ष्टस् अमिताभ जैन के अलावा 1991 बैच की ढ्ढ्रस् रेणु पिल्ले, 1994 बैच के ढ्ढ्रस् मनोज पिंगुआ शामिल हैं।
इसी तरह से पुलिस महानिदेशक बनने की रेस में मौजूदा ष्ठत्रक्क अशोक जुनेजा के अलावा, राजेश मिश्रा और हिमांशु गुप्ता के नाम शामिल हैं। ष्ठत्रक्क जुनेजा के खिलाफ बीजेपी ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की थी। इसलिए ष्ठत्रक्क बदलने की पूरी संभावना है।
इन अफसरों का बढ़ सकता है कद
राजेश टोप्पो, आर संगीता, पी दयानंद, चंद्रकांत वर्मा, अवनीश शरण, गौरव सिंह, आर वेंकट, अभिजीत सिंह, रजत बंसल, कार्तिकेय गोयल और इंद्रजीत चंद्रवाल को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। एडीजी एसआरपी कल्लूरी, एडीजी हिमांशु गुप्ता, एडीजी विवेकानंद सिन्हा, एडीजी प्रदीप गुप्ता, आईपीएस अमित कुमार, विवेक शुक्ला, रजनेश सिंह, अजातशत्रु बहादुर सिंह, शशि मोहन सिंह, लाल उमेंद्र सिंह, डीएसपी संजय सिंह, हेमप्रकाश नायक, डीएसपी निमेष बरैया और राजनेताओं के करीबी रहे कुछ निरीक्षको की वापसी होगी।
प्रदेश में बदले जा सकते है सीएस-डीजीपी
राजेश मिश्रा, हिमांशु गुप्ता पुलिस मुखिया की रेस में, कई आईएएस अफसरों का बढ़ सकता है कद
