रायपुर। छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह कल (10 दिसंबर) शाम तक साफ हो सकता है। बीजेपी प्रभारी ओम माथुर शनिवार रात रायपुर पहुंचे उनके साथ सह प्रभारी नितिन नबीन भी पहुंचे हैं। वहीं बीजेपी के तीनों पर्यवेक्षक रविवार को सुबह रायपुर पहुंचेंंगे। ओम माथुर ने कहा कि, पर्यवेक्षक के फैसले का इंतजार है। चौंकाने वाला ही नाम आएगा। बीजेपी विधायक दल की़ बैठक दोपहर 12 बजे होगी। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को नियुक्त किया है। तीनों पर्यवेक्षक कल बीजेपी विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे और विधायकों से चर्चा कर मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएंगे।
रायपुर पहुंचे ओम माथुर ने कहा कि निश्चित रूप से हमारे पर्यवेक्षक आ रहे हैं, वे क्या निर्णय लेते हैं हम उसके इंतजार में है। कोई फॉर्मूला तय नहीं है, जो सिस्टम पार्लियामेंट बोर्ड ने लिया होगा, वह वे लेकर आ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, चौंकाने वाला नाम ही आएगा। लोकसभा में भी संपूर्ण सूपड़ा साफ कांग्रेस का होने वाला है। वहीं जब पूछा गया कि, ओम माथुर को हम राजस्थान में आगे देख रहे हैं क्या तो उन्होंने मजाक में कहा कि, अभी तो आप हमें छत्तीसगढ़ में देख रहे हैं।
इधर दिल्ली से लौटे भूपेश बघेल ने भी कहा कि, नए मुख्यमंत्री के नाम का सभी की तरह हम भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति की तरह तीनों राज्यों में हो रहा है। वहीं आदिवासी सीएम की अटकलों को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि बीजेपी जाति समुदाय के हिसाब से काम नहीं करती, बल्कि विकास को ध्यान में रखकर करती है। बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक विधायकों से सीएम के नाम को लेकर उनकी राय जानेंगे।
पार्टी आदिवासी सीएम के मूड में नहीं
बीजेपी की राजनीति को करीब से समझने वाले राजनीतिक पंडित भी मान रहे हैं कि पार्टी छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने के मूड में नहीं है। पार्टी पहले ही एक आदिवासी को राष्ट्रपति का पद देकर खुद को आदिवासी हितैषी साबित कर चुकी है।
डिप्टी सीएम भी बना सकती है बीजेपी
पूर्व सीएम रमन सिंह ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा है कि बीजेपी ने जिन राज्यों में जीत हासिल की है वहां डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार या रविवार को पर्यवेक्षकों का कार्यक्रम तय होगा। विधायक दल की बैठक में राय मशविरा कर नाम तय किया जाएगा।
विधायक दल की बैठक में रखा जाएगा नाम
मुख्यमंत्री के लिए 3-4 नाम चल रहे हैं, लिहाजा पर्यवेक्षक विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी कर सकते हैं। इसके अलावा हाईकमान से अगर कोई नाम तय किया गया होगा तो पर्यवेक्षक उस नाम को भी विधायक दल में रख सकते हैं। पर्यवेक्षक बताएंगे कि, राष्ट्रीय नेतृत्व ने किसे मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। बीजेपी विधायकों को बैठक में शामिल होने की सूचना भेज दी गई है। विधायकों से रायशुमारी के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा।