रायगढ़। शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ से संबद्ध जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम पंचायत छोटे हरदी विकास खंड पुसौर जिला रायगढ़ के प्राथमिक शाला प्रांगण में जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा के चेयरमैन श्री शिरीष सारडा,डायरेक्टर श्रीमती तृप्ति अग्रवाल के संरक्षण में तथा प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी के कुशल मार्गदर्शन में एवं रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो मयंक शीतल डनसेना, सहायक कार्यक्रम अधिकारी प्रो हरीश गुप्ता, प्रो ज्योति पटेल, प्रो जया के नेतृत्व में विगत 20 नवंबर 2025 से 26 नवंबर 2025 तक थीम ‘नशा मुक्त समाज के लिए युवा अभियान’ विषय पर आयोजित हुआ। शिविर के सातवें दिन विशेष शिविर का समापन समारोह कार्यक्रम का गरिमा पूर्वक आयोजन किया गया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ रविन्द्र चौबे कार्यक्रम समन्वयक रासेयो प्रकोष्ठ शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ छ.ग के मुख्य आतिथ्य में तथा विशिष्ट अतिथि डॉ विनोद नायक बी एम ओ पुसौर, तिलोराम बाग सरपंच ग्राम पंचायत छोटे हरदी विकास खंड पुसौर तथा अरविंद चौबे प्रतिष्ठित व्यवसायी रायगढ़ के विशिष्ट आतिथ्य में विविध सृजनात्मक रचनात्मक जागरूकता गतिविधियों के साथ संपन्न हुई। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि डॉ रविन्द्र चौबे, विशिष्ट अतिथि डॉ विनोद नायक जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी द्वारा मां सरस्वती एवं रासेयो प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद जी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन किया गया। तत्पश्चात राज्यकीय गीत एवं रासेयो लक्ष्य गीत का गायन समवेत स्वर में किया गया। सभी अतिथियों का अभिनंदन रासेयो बैज लगाकर किया गया।कार्यक्रम अधिकारी प्रो मयंक शीतल डनसेना ने शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।ग्राम छोटे हरदी में सात दिवसीय विशेष शिविर दौरान थीम पर केंद्रित किए गए जागरूकता गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। शिविर में शिविरार्थियों के गठित दल नायकों ने शिविर अनुभव साझा किए। विशिष्ट अतिथि तिलोराम बाग सरपंच ग्राम पंचायत छोटे हरदी ने सात दिनों तक शिविर लगाकर ग्रामीण जनों युवाओं को जागरूक करने पर शिविरार्थियों,कार्यक्रम अधिकारी एवं प्राचार्य को बधाई दी। मुख्य अतिथि डॉ रविन्द्र चौबे कार्यक्रम समन्वयक रासेयो प्रकोष्ठ शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ ने अपने ओजस्वी प्रेरक विचारों से शिविरार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि रासेयो के प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद जी आदर्शों सिद्धांतों को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज के लिए युवा थीम पर ग्राम छोटे हरदी के ग्रामीणों को जागरूक किया है। यह बहुत ही प्रशंसनीय है। तिलोराम बाग सरपंच ग्राम पंचायत छोटे हरदी द्वारा आध्यामिक गमछा एवं श्रीफल भेंट कर मुख्य अतिथि डॉ रविन्द्र चौबे कार्यक्रम समन्वयक रासेयो शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़, विशिष्ट अतिथियों, जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा के प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी, कार्यक्रम अधिकारी प्रो मयंक शीतल डनसेना सहायक कार्यक्रम अधिकारी प्रो हरीश गुप्ता, प्रो ज्योति पटेल,प्रो जया का आध्यात्मिक गमछा एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया तथा वही शिविरार्थियों को कलम भेंट कर प्रोत्साहित किया गया। शिविर में सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी के रूप में बिंदिया गुप्ता चुनी गई वहीं सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ता के रूप में अखिलेश गुप्ता, नेहा गुप्ता,धीरज गुप्ता, भूपदेव थानापति और बलराम सेठ का चयन किया गया जिसे विशेष प्रशस्ति पत्र शेष सभी शिविरार्थियों को शिविर सहभागिता प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि डॉ रविन्द्र चौबे कार्यक्रम समन्वयक रासेयो प्रकोष्ठ शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ द्वारा प्रदान किया गया। आभार व्यक्त प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम का मंच संचालन रासेयो शिविरार्थी बिंदिया गुप्ता ने किया। समापन समारोह में अरविंद चौबे,कार्यक्रम अधिकारी मयंक शीतल डनसेना,प्रो हरीश गुप्ता, प्रो ज्योति पटेल, प्रो जया कॉलेज स्टाफ तथा 50 की संख्या में रासेयो शिविरार्थियों तथा छोटे हरदी के सरपंच श्री तिलोराम बाग, बिहारी लाल बैगा उपसरपंच समस्त पंच बोधराम गुप्ता, गांधी चौहान, प्रहलाद चौहान, विनोद गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, निमाई प्रधान, निर्मल चौहान, सुदर्शन मांझी, कार्तिक गुप्ता, बृहस्पति सरल,सजन कुमार गुप्ता, गुननिधि गुप्ता ग्राम छोटे हरदी,स्वास्थ्य मितानिन ग्राम छोटे हरदी पवित्रा सरल, सुदेश्ता चौहान, गायत्री गुप्ता शासकीय प्राथमिक शाला छोटे हरदी के प्रधान पाठक राम लाल चौहान, ईश्वर गुप्ता सहायक शिक्षक श्रीमती कौशल्या चौहान सहायक शिक्षिका थी पार्वती शाह एक्टिव वूमेन श्रीमति ललिता गुप्ता सक्रिय महिला, मीना चौहान कृषि सखी शुभलया चौहान सक्रिय महिला सक्रिय महिला समिति ग्राम छोटे हरदी डॉ विमलेश कसेर ग्रामीण चिकित्सक तथा जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा के स्टॉफ गण अधिक संख्या में छोटे हरदी के गणमान्य ग्रामीणों की उपस्थिति थी।



