रायगढ़। रायपुर में बीई की पढ़ाई कर रहे चार युवकों से खैरपुर निवासी एक युवक ने एनटीपीसी में सब इंजीनियर के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर दो लाख रुपए की ठगी कर लिया है, लेकिन अब न तो नौकरी लगा रहा है और न ही रुपए वापस कर रहा है। जिसको लेकर युवकों ने कोतरारोड थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोतरा रोड थाना में लिखित शिकायत देने पहुंचे तुरिन्द बघेल पिता दयानिधि बघेल, मुकेश कुमार सिदार पिता महेत्तर लाल सिदार, चन्द्रकांत यादव पिता लेखराम यादव, एवं लिलेन्द्र कुमार चन्द्रभाष पिता चंदराम यादव ने बताया कि ये सभी रायपुर में रहकर बीई की पढाई कर रहे थे। इसी बीच वर्ष 2018 में यशवंत महतो पिता निराकार महतो निवासी पुरानी बस्ती खैरपुर से कॉलेज में मुलाकात हुई और एक ही कॉलेज में पढऩे के कारण रोजाना बातचीत होती थी जिससे अच्छी जान पहचान हो गई। इसी बीच यशवंत महतो अपने मित्र शशिभूषण महेन्द्र से मिलने रायपुर गया हुआ था, वहीं पर शशिभूषण द्वारा बताया गया कि एनटीपीसी में उसकी गाडिय़ां चलती है, जिससे एनटीपीसी लारा के अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। वर्तमान में वहां जूनियर इंजीनियर के बहुत से पद खाली है, जिसके लिए वैकेन्सी भी निकली है। ऐसे में अगर नौकरनी करना चाह रहे हो तो वह एनटीपीसी लारा में नौकरी लगवा देगा। इस बारे में यशवत ने उन्हें बताया, तब प्रार्थीगण ने शशिभूषण के संबंध यशवंत से पूछताछ किया, तब यशवंत ने उन्हें बताया कि वह मित्र है उससे उसकी अच्छी जान पहचान है और वह नौकरी लगवा सकता है। इसके बाद दूसरे दिन प्रार्थीगण ने शशिभूषण से नौकरी लगवा देने के संबंध में बातचीत की। इस दौरान शशिभूषण ने बताया कि नौकरी लगाने के बदले में दो-दो लाख रुपए जमा करना होगा, ऐसे में प्रार्थीगण एकमुश्त रुपए देने में असमर्थता जताया तो उसने कहा कि एडवांस में प्रति व्यक्ति 50 हजार रुपए जमा कर दो बाकी के रकम नौकरी लगने के बाद जमा करना। ऐसे में ऐसे में चारों युवकों ने करीब दो लाख रुपए उसके पास जमा कर दिया, लेकिन अभी तक न तो नौकरी लगी और न ही इनका पैसा वापस हुआ, जिससे परेशान होकर इसकी शिकायत थाना में दर्ज कराया है।
16 हजार वेतन का दिया झासा
प्रार्थीगण ने लिखित शिकायत में बताया है कि आरोपी शशिभूषण को जब पैसे दे दिए तो उसने कहा कि छह माह के अंदर में उनको नौकरी लगा देगा, लेकिन जब भी उससे सपंर्क किया गया तो उसका कहना था कि हड़बडाओ मत नौकरी लगने के बाद हर माह 16 हजार रुपए मिलेगे और ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद वेतर और बढ़ जाएगा। लेकिन जब एक साल बाद भी नौकरी नहीं लगी तो रुपए के मांग करने पर उसके द्वारा टाल-मटोल किया जा रहा है।
एनटीपीसी में नौकरी लगाने के नाम पर दो लाख रुपए की ठगी
एनटीपीसी में नौकरी लगाने के नाम पर दो लाख रुपए की ठगी
