पखांजुर। कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के बांदे तहसील के अंतर्गत छोटेपखांजूर (माड़पखांजूर) के 187 किसानों का एक ऐसा गाँव है जहाँ आज तक किसी भी किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नही मिल पाया। इस सम्बन्ध में छोटेपखांजूर के ग्रामीण व् किसान कुरेनार लैम्प्स से लेकर जिला कलेक्टर तक आवेदन दिए मगर आज तक आश्वासन के सिवा उनके हाथ कुछ नही लग पाया। परलकोट क्षेत्र के अन्य गाँव के किसान इस योजना का लाभ भरपूर तरीके से ले रहे है मगर छोटेपखांजूर (माड़पखांजूर) के किसानो को मायूसी के सिवा कुछ नही मिल रहा है। आज छोटेपखांजूर (माड़पखांजूर) के किसान व् ग्रामीणों ने क्षेत्र के विधायक विक्रम सिंह उसेंडी से पखांजूर में आकर मुलाकात किए और सीधे उनके एस समस्या को बताया है कि किस तरह पखांजूर से बांदे तहसील विभाजन के बाद छोटेपखांजूर (माड़पखांजूर) के गाँव की अस्तित्व खोजना पड़ रहा है। ग्रामीणों से बात करने पर पता चला है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और एग्रीस्टैक किसान पंजीयन पोर्टल में ऑनलाइन छोटेपखांजुर (माड़पखांजुर) के ग्रामीणों का रजिस्ट्रेशन नही हो पा रहा है। साथ ही साथ वर्तमान में एग्रीस्टैक किसान पंजीयन भी करवाने वाली योजना चल रही है। लेकिन इस योजना का लाभ भी छोटेपखांजुर (माड़पखांजुर) के ग्रामीण नही उठा पा रहे है। एग्रीस्टैक किसान पंजीयन पोर्टल में ऑनलाइन के माध्यम से जब फार्म भरने की कोशिश कर रहे है तब पोर्टल में ऑनलाइन ग्राम के चयन वाले कॉलम में छोटेपखांजुर या माड़पखांजुर का नाम नही दिखाई दे रहा है। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कही न कही हम छोटेपखांजुर (माड़पखांजुर) ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। वही विधायक विक्रम सिंह उसेंडी ने ग्रामीणों को पूरा भरोसा दिलाया है कि 5 से 10 दिनों के भीतर उनके इस समस्या से निजाद दिलाया जायेगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि छोटेपखांजुर (माड़पखांजुर) के ग्रामीणों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और एग्रीस्टैक किसान पंजीयन पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो पता है कि नही।