रायगढ़। नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के ग्राम पंचायतों में भी भ्रष्टाचार का जमकर बोलाबाला है। सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ग्राम पंचायतों में गरीबों से जमकर रिश्वतखोरी की जा रही है। कहने का तात्पर्य यह है कि बिना रिश्वत दिए किसी का काम नहीं हो रहा है। ताजा मामला सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के एक ग्राम पंचायत टिहलीपाली में पदस्थ रोजगार सहायक मनोहर जांगड़े के द्वारा मजदूर से 15 हजार रिश्वत मांगने का है। इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि डेढ़ दो सौ रुपए रोज कमाने वाले मजदूर से हजारों रुपए की रिश्वत मांगी गई है।
इस मामले की चर्चा पूरे जनपद पंचायत बिलाईगढ़ क्षेत्र के गांवों में हो रही है। जानकारी के अनुसार मनोहर जांगड़े द्वारा फोटो खींचने (जियो टैग) और पंजीयन फॉर्म के नाम पर दस हजार रुपेय ले लिया है और पांच हजार रूपये की मांग कर रहा है। पीडि़त को 5000 के लिए इस हद तक प्रताडि़त किया जा रहा है, कि मजबूर होकर पीडि़त ने जिला कलेक्टर डॉ फरीदी आलम सिद्दीकी से शिकायत की है, पीडि़त मनोहर खुंटे , पिता स्व. राम भरोस, ग्राम केडियारवार, ग्राम पंचायत टिहलीपाली, जनपद पंचायत बिलाईगढ़, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का निवासी ने उच्च अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई है।
रोजगार सहायक पर लगा रिश्वतखोरी का आरोप
पीडि़त ने की कलेक्टर से शिकायत
