सारंगढ़। राष्ट्रीय स्वाभिमान मंच जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के द्वारा केसरवानी भवन से जय स्तंभ चौक तक मातृशक्ति, युवा शक्ति एवं समाज के गणमान्य प्रतिष्ठित नागरिकों की सहभागिता से मातृ शक्ति के नेतृत्व में विशाल सभा एवं रैली का आयोजन भारतीय सेना के प्रबल पराक्रम शौर्य एवं अदम्य साहस के प्रतिक ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष में निकाली गई। भारतीय सेना के अदम्य साहस व बहादुरी के प्रतीक ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में सारंगढ़ जिले की महिलाओं ने आज सिंदूर शौर्य शोभायात्रा का आयोजन कर सेना के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। देश की नारी शक्ति ने भारतीय संस्कृति का प्रतीक बनकर लाल साडिय़ों और सिंदूर धारण कर यह संदेश दिया कि – वे सेना के साथ खड़ी है। आयोजन का श्री गणेश केसरवानी धर्मशाला से हुआ जिसमें महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।कार्य क्रम में सैनिक और पुलिस के जवान उपस्थित रहे,जिन्हें मंच पर श्रीफल और साल भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान सारंगढ़ वासियों की ओर से सेना को समर्पित रहा।
विदित हो कि यह ऑपरेशन सिंदूर शौर्य यात्रा नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए जय स्तंभ चौक पहुंची जहां पूर्व विधायक केराबाई मनहर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शौर्य गौरव यात्रा के जरिए हम अपने पूर्व सैनिक, वर्तमान सैनिक और शहीद व बलिदानी जवानों और उनके परिवारों का भी आभार व्यक्त करते हैं। इन्हीं वीर परिवारों के अपूर्व त्याग के कारण ही हमारे वीर जवान सीमा, देश व हमारी सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च न्यौछावर कर देते हैं। मंच में अनुपमा केशरवानी ने कहा कि विशेष रूप से वीर जवानों ने देश की मातृ शक्ति के सिंदूर की रक्षा करते हुए उनके सम्मान की रक्षा की है। जवानों ने जिस तरह से अदम्य साहस और बल से शत्रुओं से बदला लिया है यह भारतीयों और खासकर महिलाओं के लिए गौरव की बात है। जिपं अध्यक्ष संजय पांडे ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शौर्य गौरव यात्रा ऐसी सभी वीरांगनाओं के भी पुण्य स्मरण का अवसर होगा। जिन्होंने ऐतिहासिक काल से वर्तमान तक देश और स्वत्व की रक्षा के लिए केवल अपने प्राणों का बलिदान दे दिया बल्कि पुरुष वर्ग को भी वीरता के संस्कार दिए। रानी अहिल्याबाई होलकर, माता जीजाबाई, पन्नाधाय, रानी दुर्गावती, महारानी लक्ष्मीबाई से लेकर आज की व्योमिका सिंह और सोफिया कुरेशी तक की विशाल परंपरा की गौरव गाथा को याद करने का यह अवसर है। कार्यक्रम में भाजपा वरिष्ठ नेताओं की संख्या भी काफी अधिक रही महिलाओं की संख्या 500 से अधिक रही जो भारत माता की जय, ऑपरेशन सिंदूर जिंदाबाद, भारतीय सेना जिंदाबाद के नारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर ने बढ़ाया महिलाओं का सम्मान
