रायगढ़। बीती रात एक कार चालक ने वाहन को तेज एवं लापरवाही पूर्वक चलते हुए सायकल में जा रहे एक युवक को अपनी चपेट में ले लिया, इससे अस्पताल पहुंचते तक उसकी मौत हो गई, वहीं कार चालक भागने के चक्कर में आगे जाकर सडक़ किनारे पलट गई, घटना की सूचना पर तमनार पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार तमनार थाना क्षेत्र के ग्राम कर्रापाली निवासी मोहन राठिया पिता भानू राठिया (42 वर्ष) धौराभाठा के एक होटल में काम करता था, इससे प्रतिदिन सायकल से काम करने के लिए जाता था। ऐसे में बुधवार को भी उसने गया था, जहां दिनभर काम करने के बाद शाम को अपने घर लौट रहा था, इस दौरान रात करीब 8 बजे रावनगुणा गांव के पास पहुंचा था कि पीछे से तेज एवं अनियंत्रित गति से आ रहे कार क्रमांक सीजी13 बीडी- 9247 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए उसे पीछे से जोरदार ठोकर मार दिया, जिससे सायकल सवार युवक सडक़ में गिरा तो कार का चक्का उसके कमर पर ही चढ़ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद वहां आसपास के लोगों ने पहुंच कर उसे तत्काल तमनार अस्पताल लेकर गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उसे रायगढ़ रेफर कर दिया, लेकिन यहां भी उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रायपुर के लिए रेफर किया गया, इससे परिजन उसे रायपुर लेकर जा ही रहे थे कि रायपुर से करीब 35 किमी पहले ही उसने दम तोड़ दिया। ऐसे में परिजनों ने उसे वापस लेकर आए और गुरुवार को घटना की सूचना पुलिस को दिया, जिससे पुलिस मर्ग कायम कर पीएम उपरंात शव परिजनों को सौंप दिया है।
ग्राम बिजना के पास कार पलटी
बताया जा रहा है कि कार चालक शराब के नशे में था, जिसके चलते उसने मोहन राठिया को घायल करने के बाद तेजी से भाग रहा था, इस दौरान उसने ग्राम बिजना के गली से जाते समय कई लोग उसके चपेट में आने से बचे, साथ ही एक बाइक को ठोकर मार दिया था, जिससे बाइक भी क्षतिग्रस्त हुआ है। ऐसे में बिजनावासियों ने उसे पकडऩे के लिए उसके पीछे भागे तो वह बिजना और खुरुसलेंगा के बीच अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे ग्रामीणों ने कार चालक को पकड़ कर पुछा तो उसने बताया कि वाहन जोबरो का है, जिससे उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।
घर में इकलौता कमाने वाला था मृतक
बताया जा रहा है कि मृतक मोहन राठिया के तीन बच्चे हैं जो कि तीनों अभी नाबालिग हैं, सबसे बड़ी पुत्री कु. गणेशी राठिया 13वर्ष, उससे छोटी कु. मोगरा राठिया 6 वर्ष एवं सबसे छोटे पुत्र देव राठिया 3वर्ष एवं मृतक की पत्नी श्रीमती पुनी बाई राठिया और मृतक की माता- पिता परिवार में एक साथ रहते हैं, इन सभी के भरणपोषण मोहन करता था, अब मोहन के परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है, कैसे इनकी आगे जीवन चलेगा चिंता का विषय बना हुआ है। तीन बच्चों सहित पत्नी के के साथ -साथ पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गया। मोहन परिवार का अकेला कमाने वाला था, अचानक मोहन के दुघर्टना में मृत्यु हो जाने पर परिवार के साथ-साथ पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। इस घटना से धौराभांठा जयस्तम्भ चौक में भी शोक की लहर दौड़ रहा है क्योंकि मोहन धौराभांठा चौक पर बोधराम होटल में चाय पानी पीलाने का काम करता था, सभी ग्राहकों से काफी अच्छा व्यवहार देता था सब लोग उसे पसंद करते थे।
बेकाबू कार ने सायकल सवार को कुचला, हुई मौत
भागते समय कार अनियंत्रित होकर पलटी
