रायगढ़। तमनार ब्लॉक के जंगलों में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे पर्यावरण और वन्यजीवों को भारी नुकसान हो रहा है। सलिहारी बिट, पडिगांव बिट, हमीरपुर बिट और बरकच्छर बिट में फैली आग ने जंगल के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है।
गर्मी के मौसम में हर बीट में फायर वॉचर तैनात किया जाता है, लेकिन जब आग तेजी से फैलती है, तो विभाग को इसकी जानकारी देर से मिलती है। कई बार आग की सूचना तब मिलती है जब सैटेलाइट अलर्ट आता है, जिससे नुकसान बढ़ जाता है।
स्थानीय सहयोग की अनदेखी
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे जंगल की सुरक्षा में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वन विभाग के अधिकारी उनसे संवाद नहीं करते। कई बार ग्रामीणों ने समय रहते आग बुझाने में मदद करने की पेशकश की, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण हालात बिगड़ते गए।
16 किमी की सडक़ बदहाल
ग्रामीणों का कहना है कि करीब 16 किमी की सडक़ बदहाल हालत में है। गड्ढों और धूल से हर दिन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि पुलिस अधिकारी भी समझाइश देने पहुंचे थे। इससे पहले भी कई बार आश्वासन मात्र दिया गया।
चक्काजाम में जिला पंचायत सदस्य भी रहीं मौजूद
चक्काजाम में मौजूद जिला पंचायत सदस्य रजनी राठिया ने बताया कि आज पीड्ब्ल्यूडी के इंजीनियर आए थे और काम शुरू करने की बात कही है, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है। सडक़ निर्माण के लिए सामान भी नहीं गिरी है। हमारी ओर से कहा गया है कि एक तरफ से काम शुरू करो और जब तक काम शुरू नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा।
जंगलों में लग रही आग, वन विभाग की सुस्ती पर उठे रहे सवाल
