धरमजयगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन, पुलिस अनुविभागीय अधिकार सिद्धान्त तिवारी के निर्देशन में थाना प्रभारी धरमजयगढ़ के द्वारा टीम तैयार कर सघन पता साजी की गई पतासाजी के दौरान ग्राम मेंढरमार निवासी सनातन राय, सुमित चक्रवर्ती उर्फ मिथुन, राजीव राय को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। उपरोक्त आरोपी के धर पकड़ में स.उ.नि. अमृत मिंज, प्रधान आरक्षक एडमोन खेस्स, आरक्षक विजय राठिया, विनय तिवारी, ललित राठिया, देवनंदन राठिया, बीरबल टोप्पो, हेमलाल बरेठ, का उल्लेखनीय योगदान रहा। बीते 08 तारीख को आरोपियों द्वारा अरूण विश्वकर्मा के साथ मारपीट एवं हेमसिंह बैगा की मारपीट कर हत्या करने की सूचना प्राप्त हुई। जिन्हें धर पकडक़र कर इस प्रकार की अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में धरमजयगढ़ पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
इस मामले में पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 08 सितंबर को संतोषनगर वार्ड 08 में ग्राम जबगा का निवासी अरूण कुमार विश्वकर्मा पिता जगलाल विश्वकर्मा उम्र 17 वर्ष द्वारा थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि मैं रोजी मजदूरी का काम करता हूं। घटना के दिन दोपहर करीब 2 बजे संतोषनगर वार्ड क्रं. 08 में ज्ञान राम राजवाड़े के द्वारा मकान निर्माण कराया जा रहा था, जहां मैं कुली का काम करता हूँ। करीब 2-3 सप्ताह पूर्व से तहसील कार्यालय धरमजयगढ़ के चपरासी ज्ञान राम राजवाड़े के मकान में मिस्त्री राजू राय निवासी मेढरमार के कहने पर काम करने जा रहा था। प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि घटना दिनांक को मैं अपने साथी हेमसिंह बैगा को साथ लेकर मेरे दो दिन का मजदूरी का पैसा लेने ज्ञान राम राजवाड़े के निर्माणाधीन मकान के पास राजू मिस्त्री से पैसा लेने के लिये दोपहर करीब 02 बजे गया था। निर्माणाधीन मकान में मकान मालिक ज्ञान राम राजवाड़े एवं निर्माणाधीन मकान में काम करने वाले राजू मिस्त्री एवं दो अन्य लोग जिनका नाम नहीं जानता हूँ, चारों मिलकर निर्माणाधीन मकान के अन्दर बैठकर शराब पी रहे थे। तब मैं राजू मिस्त्री से अपने मजदूरी का पैसा मांगने पर वहां पर दूसरा मिस्त्री बोला कि मकान मालिक से मांग। तब राजू मिस्त्री बोला कि मैं तुमको पैसा दिलाऊंगा तुम मेरे अन्डर में काम किये हो। तब दूसरा मिस्त्री बोला कि अभी हम लोग पार्टी कर रहें हैं तुम बाद में आकर पैसा ले लेना। ऐसा कहने पर मेरे द्वारा बोला गया कि मैं जबगा में रहता हूँ। वहां से आना जाना बहुत दूर पड़ता है, मेरा पैसा आज ही दे दो कहने पर दूसरा मिस्त्री बोला कि मेरा बात तुम लोगों को समझ में नहीं आ रहा है। इतना कहते हुये मुझे तथा मेरे साथी हेमसिंह बैगा से मारपीट करने लगा। तब अन्य दो मिस्त्री भी आये तथा मेरे साथी को तीनो मिलकर हाथ मुक्का से मारपीट करने लगे।
मकान मालिक ने किया बचाव
इस मामले में प्रार्थी ने बताया कि इस दौरान निमार्णाधीन मकान के मालिक ज्ञानराम राजवाडे के द्वारा बीच बचाव करने के बाद मेरा साथी हेमसिंह बैगा अधमरा जैसा हो गया था। तब मैं अपने साथी हेमसिंह बैगा को जैसे तैसे अपने मोटर सायकल में बैठाकर अपने परिचित राहुल के घर लेकर गया। जहां पानी पिलाने के पश्चात इलाज हेतु सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ लाकर भर्ती किया था। जहां इलाज़ के दौरान मेरे साथी हेमसिंह बैगा की मृत्यु हो गयी। इस मामले में प्रार्थी अरूण विश्वकर्मा की रिपोर्ट पर थाना धरमजयगढ़ में अपराध क्रमांक 234/2024 धारा-103(1), 296, 351(2), 115(2), 3(5) बी.एन.एस. पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है।
रोजी मांगने पर अधमरा होने तक पीटा, इलाज के दौरान मौत
हत्या के आरोप में पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार
