पखांजुर। नकली खाद मामले में पखांजूर पुलिस ने 22 अगस्त को कृषि विभाग को नकली खाद की पुश्टी होने के बाद मामले में लिप्त दुकानदार तथा अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में मुख्य आरोपी की राजस्थान में नमक की फैक्टरी थी,जिसकी आड़ में आरोपी अपने अन्य दो सहयोगी और ट्रसपोटर के साथ मिल कर नमक मे रंग मिलाकर इसे पोटास की बोरियों में भर कर दुकानों में भेजा करता था। 180 रूपए कुंटल के नमक को आरोपी 650 रूपए में दुकानदारों को दिया करता था जिसे दुकानदारों द्वारा किसानों को 12 से 13 सौ रूपए में बेचा करते थे।
दो जुलाई को पखांजूर में पकड़ी गई नकली खाद के मामले में पखांजूर पुलिस ने राजस्थान से चार मुख्य विनोद जैन, विनय कुमार जैन, पुत्र उपकार जैन तथा टांसपोटर दौलत सिंह को धर दबोचा। इस मामले में नकली खाद की मार्केटिंग करने वाले दो आरोपी शिवकुमार गुर्जर तथा ओमप्रकाश भदाना पुलिस के आने की सूचना पा फरार हो गए। पखांजूर पुलिस द्वारा दिनांक 2 जुलाई को पखांजूर में राजस्थान से आऐ टक में 830 बोरी पोटास खाद पकड़ी थी। इस दौरान पुलिस को टक डायवर के पास मिले ई वे बिल तथ चलान जप्त किया था। इस मामले में पुखांजूर के कुशि विभाग द्वारा आई खाद का सैंपल लिया गया। जिसकी रिपोर्ट दिनांक 22 जुलाई को आई तो यह खाद अमानक पाई गई। कुशि विभाग की शिकायत पर पखांजूर पुलिस द्वारा पखांजूर में खाद मंगाने वाले किसानों को कृषि सेवा केंद्र के संचालक अनिमेश घरामी, ट्रान्सपोटर ट्रक मालिक, डायवर सहित भेजने वाले फर्म के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद इस मामले की जांच में पखांजूर पुलिस राजस्थान गई। जहां जिस डायमंड टांसपोर्ट कपनी के मालिक दौलत सिंह को पकड़ा जिसके खिलाफ पखांजूर पुलिस ने नकली खाद के मामले में पहले ही मामल दर्ज कर रखा था। इससे पूछताछ में इसके बताया की इसके द्वारा माल नावा सीटी के श्री जैन केम फुड नाम से नमक बनाने वाली फैक्टरी से भरा गया था। जिसके बाद पुलिस ने इस कंपनी के मालिक जैन बंधुओं पर दबिस दी। मौके में पुलिस को नमक फैक्टरी से नकली पोटास खाद के बोरे तथा जिस फर्म को नकली खाद भेजी गई थी उसके चालान बुक मिले। पुलिस ने इस मामले में फैक्टरी मालिको को गिरफतार कर लिया।
पकडे गऐ जैन बंधुओं को राजस्थान के डीडवाना जिला के नावों सीटी में नकम की फैक्टरी है। यहां स्थित खारे पानी की सामर झील से नमक निकाल इसे जैन नमक के नाम से बेचा जाता है। पर अधिक पैसे कमाने के लालच में जैन बंधुओं ने ओपीएस किसान एगोकेयर प्रायवेट लिमिटेड के मालिक शिव कुमार गुर्जर तथा ओमप्रकाश भदाना के संपर्क में आऐ और इनके द्वारा उपल्बध कराई गई पोटाश खाद की बोरियों में अपनी फैक्टरी के नमक में रंग मिला नकली पोटाश खाद बनाई और इस फर्म के नाम पर बिल काट मेज दिया। इस फर्म द्वारा इसे अपने जीएसटी नंबर से ईवे बिल जनरेट कर दुकानों में भेज दिया गया। आरोपियों द्वारा यह नकली खाद का धंधा 2023 से चलाया जा रहा था,और अब तक सैकड़ों ट्रक माल देश के विभिन्न राज्यों में भेजा जा चुका है। पखांजूर में नकली खाद पकड़े जाने की जानकारी के बाद भी इनका काम बंद नहीं हुआ। इन 38 दिनों के भीतर ही 26 ट्रक नकली खाद इनके द्वारा भेजी गई है।
आरोपी द्वारा नमक 90 रूपए 50 किलो की बोरी के दर से बेचा जाता था। पर इसे नकली खाद बना इस एक 50 किलो की बोरी को 650 रूपए की दर में बेचा करते थे और फुटकर दुकानदार किसानों को यही बोरी 12 से 13 सौ की रेट में बेचा करता था। बोरी में 17 सौ रूपए का रेट लिखा होता था। पुलिस जांच में पता चला की खाद की मार्केटिंग करने वाली ओपीएस किसान एग्रोकेयर फायवेट लिमिटेड फर्म सिर्फ कागजों में चल रही है। अपनी कंपनी की पूरी जानकारी वेवसाईड में डाली गई है यहीं से दुकानदार इनसे संपर्क करते है और इनके द्वारा नकली खाद दुकानों तक भेजी जाती थी। इस मामले में पखांजूर के अतरिक्त पुलिस अधिक्षक प्रशांत शुक्ला ने बताया की फरार दो आरोपियों के पकड़े जाने के बाद और खुलासा होगा की इनके द्वारा अब तक कितना माल देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया है और यह बोरिया कहां से लाया करते थे।
नकली खाद बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, चार आरोपी गिरफ्तार
