रायगढ़। तमनार क्षेत्र के हुँकराडिपा चौक से लेकर मिलुपारा तक की बदहाल सडक़ को लेकर एक बार फिर खम्हरिया के ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है। सुबह से आज फिर ग्रामीण सडक़ मरम्मत की मांग को लेकर सडक़ किनारे धरने पर बैठ गए है। पीडि़त ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें केवल झूठा आश्वासन मिलता है, लेकिन सडक़ का मरम्मत कार्य करने की जवाबदारी किसी ने अभी तक नहीं उठाई है। हालांकि चक्का जाम की जानकारी मिलने के बाद कुछ प्रभावित प्रबंधन के अधिकारी और तमनार थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे थे। जहां घँटो समझाइस के बाद भी ग्रामीणों ने चक्का जाम छोडऩा उचित नहीं समझा, उनका कहना है कि जब तक सडक़ चलने लायक नहीं हो जाता है, तब तक वे धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।लिखित आश्वासन के बाद ही नहीं बन पाई सडक़ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो अगस्त को सडक़ की समस्या को लेकर चक्का जाम कर विरोध जताया गया था।
तब तहसीलदार और प्रबंधन के जवाबदारों ने लिखित आश्वासन दिया था कि सडक़ मरम्मत कार्य जल्द प्रारंभ कराया जाएगा। लेकिन अभी तक किसी भी कंपनी के जवाबदेहों के द्वारा सडक़ मरम्मत नहीं कराई गई। सडक़ की समस्या आज भी जस के तस बनी हुई है, आज भी लोग कीचड़ युक्त सडक़ पर चलने को मजबूर है। फिसलन की वजह से लोग लगातार दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं।सडक़ मरम्मत के लिए फरिश्ते का इंतजारऔद्योगिक विकास के नाम पर छले जा रहे लोगों को अब सडक़ मरम्मत के लिए किसी फरिश्ते का इंतजार है।
लोगों को यही उम्मीद है कि कोई फरिश्ता रातों-रात आएगा और सडक़ को चकाचक करके चला जाएगा। क्योंकि प्रबंधन और प्रशासन ने तो अपनी जवाबदारी दिखला ही दी है। मौसम ने भी सडक़ मरम्मत के लिए जवाबदेहों को मौका दिया था, लेकिन लोगों की समस्या से लगता है उन्हें कोई नाता ही नहीं है।बस सुविधा से वंचित हो रहे पीडि़तग्रामीणों का आरोप है कि 5 दिन मौसम खुला था, बारिश नहीं हो रही थी। लेकिन जवाबदार कंपनी के दूतों के द्वारा सडक़ मरम्मत की जवाबदारी नहीं समझी गई। जिससे समस्या आज भी वही पुरानी है। ग्रामीणों का कहना है कि खस्ता हाल सडक़ की वजह से वे बस सुविधाओं से भी वंचित हो रहे हैं।
यात्री बस के अलावा बच्चों को ले जाने वाले स्कूल बस भी गांव तक नहीं पहुंच रही है। जिससे उन्हें आवागमन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।गांव को तमनार से जोडऩे वाली प्रमुख सडक़ का टूटा कनेक्शनहमने आपको पहले ही बताया था कि दैनिक रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए वनांचल क्षेत्र के लोगों को तमनार जाने की जरूरत पड़ती है। साथ ही साथ लैलूंगा क्षेत्र के रहवासी भी मिलुपरा तमनार की सडक़ का उपयोग करते हैं। हजारों की संख्या में मिलुपारा, उरबा पेलमा, हिंझर कोडकेल सेमिजोर लालपुर के लोग उक्त सडक़ से तमनार की ओर आते हैं। लेकिन वर्तमान समय में सडक़ की स्थिति काफी दयनीय है। कीचड़ की वजह से सडक़ में फिसल कर कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं रोज हो रही है। लेकिन प्रशासन और कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंद लिए हैं, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
जर्जर सडक़ को लेकर ग्रामीणों ने फिर खोला मोर्चा
लिखित आश्वासन के बाद भी चलने लायक नहीं बनी सडक़, ग्रामीणों ने किया चक्काजम
