पखांजुर। दरअसल मामला कोयलीबेड़ा ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक शाला गोदलदण्ड के स्कूल भवन की जहाँ भवन में नाली निर्माण करने वाले ठेकेदार ने पिछले दो महीने से अपने कब्जे में लिया हुआ है स्कूल के अंदर सीमेंट तथा अन्य सामान से भरे रखे हुए है जिसे रोकने के लिए स्कूल के शिक्षक नाकाम साबित हो रहे हैं, वही बारिश से लगभग 90त्नस्कूल के छत से पानी टपकता है ऐसे में बच्चों को स्कूल में बैठकर पढ़ाई करना भारी परेशानी भी होता है वही इस स्कूल को ठेकेदार ने कब्जा कर लिया तो अब बच्चे अतिरिक्त कक्ष जिससे पानी टपकता है उसी में झिल्ली लगाकर बैठ रहे है,वही स्कूल में 4 बच्चे हैं पर उनके लिए भी सही हिसाब से मध्यन्ह भोजन तक नही बनता अचार पापड़ भी नही दिया जाता रसोईघर के अंदर की तस्वीर खुद बया कर रहा है की बच्चों के थाली में क्या परोसा जाता है,बच्चों के हक पर डाका डालने का खेल लगभग सभी स्कूलों में चल रहा है शासन के नियमानुसार नही दिया जाता मध्यन्ह भोजन। पखांजूर क्षेत्र में कई स्कूल है जहाँ एक शिक्षक के कंधे पर दर्जनों बच्चे हैं,शिक्षकों की कमी से बच्चों को पढ़ाई प्रभावित हो रहे हैं जहाँ शिक्षकों की जरूरत है वहाँ शिक्षक की व्यवस्था नही कर पा रहे हैं अधिकारी पर जहाँ सिर्फ 4 बच्चे के लिए दो शिक्षकों को नियुक्ति किया गया हैं।
एक स्कूल ऐसा भी जहाँ 4 बच्चों के लिए 2 शिक्षक

By
lochan Gupta
