रायगढ़। सुबह से निकल रही चिलचिलाती धूप के बीच हल्की बादल आने के कारण मौसम में गर्मी के साथ उमस भी काफी बढ़ जा रहा है। जिससे एक बार फिर से जिले का अधिकतम तापमान मंगलवार को 40 डिग्री पहुंच गया था, जिससे दोपहर के समय सडक़ें विरान होने लगी थी। जिससे लोग हलाकान नजर आए, हालांकि देर शाम को अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज अंधड़ के साथ कुछ क्षेत्रों में बुंदाबांदी होने से कुछ देर के लिए राहत महसुस की गई।
उल्लेखनीय है कि इस बार मानसून जल्दी आने की संभावना बन रही थी, लेकिन बीच-बीच में कमजोर पड़ जाने के कारण लेट-लतीफी हो रही है। ऐसे में अब मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन से चार दिन बाद ही क्लीयर होगा कि मानसून कब तक जिलें में पहुंच रहा है। इसी स्थिति में अभी लोगों को भीषण गर्मी व उसम से फिलहाल राहत मिलने की संभावना नहीं है। वहीं मंगलवार को सुबह के समय कुछ देर के लिए हल्की बादल थी, लेकिन उसके बाद चिलचिलाती धूप निकल जाने से जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री पहुंच गया था, लेकिन मौसम में उमस बढ़ जाने के कारण गर्मी इतनी तेज हो गई थी कि दोपहर के समय सडक़ें विरान नजर आने लगी थी। वहीं शाम के समय अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज अंधड़ शुरू हो गया था, साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हुई, जिससे तेज गर्जना के साथ अंधड़ चलने से शहर के अधिकांश क्षेत्र का बिजली भी गुल हो गई थी, जिससे लोग हलाकान नजर आए। ऐसे में जब तक मानूसन पूरी तरह से नहीं आ जाता तब तक गर्मी से राहत मिलना संभव नहीं है।
वहीं मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरी सीमा नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुकमा सहित अन्य जगहों में है, जिससे अब मानसून के आगे बढऩे के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही है। जिससे अगले दो से तीन दिनों में मानसून प्रदेश के कुछ हिस्से में पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है। साथ ही बुधवार को जिले के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्य वर्षा के साथ छींटे पडऩे के साथ अंधड़ वज्रपात होने की संभावना है। जिससे अब धीरे-धीरे अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है, लेकिन उमस बने रहने की संभावना है।
घंटों रही बिजली गुल
मंगलवार शाम को अचानक शुरू हुई तेज गर्जना के साथ अंधड़ चलने से शहर के कई स्थानों पर फाल्ट आ गया था, जिससे घंटों तक पूरा शहर अंधेरे में डूबा रहा। इस दौरान बिजली विभाग के अलग-अलग टीम फाल्ट खोजने के लिए निकली थी, लेकिन हल्की बारिश होने के कारण उनको भी समस्या का सामना करना पड़ा, ऐसे में बारिश बंद होने के बाद आई समस्या को दूर करते हुए बिजली व्यवस्था बहाल किया गया, जिससे लोगों को घंटों गर्मी व उमस से बेहाल होना पड़ा।
विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से आक्रोश
लोगों की माने तो पूरे साल बिजली विभाग द्वारा मेटेनेंस किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी बरसात आते ही इनकी सारी व्यवस्था ध्वस्त हो जा रही है। जिसके चलते हल्की हवा चलते ही लाईट बंद हो जा रही है। वहीं कुछ दिन पहले भी अंधड़ के चलते शहर के कई क्षेत्रों में 24 घंटे तक लाइट बंद थी, जिससे लोग आंदेालन भी शुरू कर दिया था, उसके बाद लगातार सुधार कार्य चल रहा था, इसके बाद भी मंगलवार शाम को अंधड़ चलने के बाद लाइट बंद हो गई, जिससे देर रात तक लोग गर्मी से हलाकान नजर आए।
मानसून का बेसब्री से इंतजार
उल्लेखनीय है कि जिले में विगत दो माह से पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। जिससे अब मानसून की बेसब्री से इंतजार होने लगा है, वहीं लोगों का कहना है कि अगर मानसून आ जाता और दो-तीन दिनों तक लगातार बारिश होगी तभी कुछ गर्म से राहत मिल सकती है। हालांकि मौसम विभाग द्वारा हर दिन संभावना तो व्यक्त की जा रही है, लेकिन सिस्टम नहीं बन पाने के कारण विलंब हो रहा है। जिसके चलते उमस व गर्मी के चलते लोगों के सेहत पर भी असर पडऩे लगा है।
सुबह से तेज धूप व गर्मी से लोग रहे हलाकान, शाम को हुई बारिश से मिली राहत
