सारंगढ़। जनता अपने लिए मकान और पेयजल पानी के लिए जिला प्रशासन से बहुत उम्मीद रखता है। सभी सुविधा पाने के लिए, योजनाओं का लाभ लेने के लिए बार बार आवेदन या फिर कलेक्टर से मुलाकात करते हैं। दुर्भाग्य तब होता है जब किसी योजना का लाभ ग्रामीणों के घर तक पहुंचता है और वहीं गांव व मोहल्ले वासियों द्वारा योजना का विरोध किया जाता हैं। यह दुर्भाग्य का विषय है, इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात है कि शासकीय योजनाओं का लाभ पाने ग्रामीण और गांव के लोग न जाने कितने बार उच्चाधिकारियों के चक्कर काटते हैं और जब वह योजना कार्य रूप में उस गांव व ग्रामीणों के लिए स्वीकृत होता है तो वही अपने आप को गांव का तुरमखां कज्ञने वाले ग्रामीण जो उसका विरोध कर रहे हैं, ऐसे में शास. योजनाओं का लाभ भला किसी ग्रामीण को मिल पाएगा। अभी फिलहाल मामला, सारंगढ़ ब्लॉक के पचपेड़ी गांव का है, जहां एक गली में ग्रामीणों ने नल जल योजना का विरोध किया है। जब पानी की समस्या हो जाएगा। सभी गांव वालों को मिलेगा और इस गली वालों को नहीं मिलेगा तब ग्रामीण सुविधा का लाभ लेने के लिए बार बार जनदर्शन में कलेक्टर के पास आएंगे। आज जब उनके घर नल जल पहुंच रहा है तो लोग विरोध कर ठेकेदार को परेशान कर रहे हैं। जब पानी नहीं मिलेगा तो ये लोग बार बार आंदोलन करेंगे। उच्चाधिकारी इस विषय पर गौर फरमाएं।
नल जल योजना का विरोध कर रहे पचपेड़ी गांव के ग्रामीण

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lochan Gupta
