जांजगीर-चांपा। धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में श्रीराम जन्मोत्सव रामनवमी पर्व की तैयारियां जोरों से चल रही है। शबरीनारायण भगवान मंदिर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
श्री शबरीनारायण भगवान मंदिर के पुजारी पं. हरीश कुमार भोगहा ने बताया कि 17 अप्रैल को श्री शबरीनारायण भगवान मंदिर में श्री रामनवमी का महापर्व भक्तिमय वातावरण में मनाया जाएगा। मंदिर में दोपहर 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव होगा। इसके बाद भगवान की महाआरती होगी और सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा। शाम को श्री शबरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में ग्यारह सौ दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। रात्रि में आतिशबाजी, ढोल नगाड़े के साथ भगवान की महाआरती होगी। उन्होंने बताया कि भगवान श्री विष्णु के सातवें अवतार श्री रामचंद्र हैं। विष्णु का रामावतार जन्म चैत्र माह की नवमीं तिथि को दोपहर के समय पुनर्वस नक्षत्र में तथा कर्क लग्न में हुआ था। श्री राम के जन्म के समय सभी ग्रहों की स्थिति बहुत ही शुभ थी। भगवान श्री राम के जन्म लेने पर पूरे अयोध्यावासियों के साथ ही देवलोक के सभी देवी-देवताओं ने फूलों की वर्षा कर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए खुशियां मनाई थी। बताया जाता है कि गोस्वामी तुलसीदास ने श्री रामचरित मानस लिखने का श्री गणेश भी रामनवमीं से की थी। शबरीनारायण भगवान मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर, राम मंदिर, श्री जगन्नाथ मठ मंदिर, श्री चौबीस अवतार केंवट समाज के श्रीराम जानकी मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, मारवाड़ी समाज का हनुमान मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर सहित सभी मंदिरों में राम नवमीं की तैयारी की जा रही है।
धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में रामनवमीं की तैयारियां जोरों पर
शाम को मंदिर परिसर में प्रज्ज्वलित किए जाएंगे ग्यारह सौ दीप
