जैजैपुर। नगर सहित क्षेत्र के गांवों में इन दिनों पुलिस के कार्यों की लोग खूब चर्चा कर रहे है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह पुलिस द्वारा इन दिनों लगातार अवैध शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई और गांव गांव स्थान बदलकर जुआ फड़ लगाकर जुआ खेलाने वाले जुआडिय़ों पर पुलिस द्वारा शिकंजा कसने के बाद से क्षेत्र के गांवों में आयेदिन शराब के नशा में होने वाले लड़ाई झगड़े बंद हो गया है।
ज्ञात हो कि सक्ती जिले में पुलिस अधीक्षक के रूप में अंकिता शर्मा के पदभार संभालने के बाद से ही उनके द्वारा जिले में जुआ, शराब, सट्टा सहित सभी प्रकार के अनैतिक कार्यों पर अंकुश लगाने की दिशा में काम किया जा रहा है। ताकि जिले में कानून व्यवस्था कायम रहे इसके अलावा सभी प्रकार की असामाजिक कार्यों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिया गया है। जिसके बाद से जैजैपुर पुलिस द्वारा थाना क्षेत्र के गांवों में लगातार अवैध शराब बेचने वालों के साथ ही अन्य प्रकार के अनैतिक कारोबारियों पर हो रही कार्रवाई से हडक़ंप मच गया है। गांव गांव में अवैध रूप से शराब बेचने वाले लोग पुलिस की कार्रवाई से शराब बिक्री बंद कर अन्य काम धंधा करने में लग गए। विदित हो कि जैजैपुर थाना क्षेत्र के गांवों सहित नगर के गली मोहल्लों में पुलिसिया कार्रवाई नही होने से जमकर अवैध शराब की बिक्री हो रही थी। लेकिन वर्तमान में पुलिस द्वारा लगातार की जारी कार्रवाई से अवैध शराब बेचने वालों में हडक़ंप मच गया है। इससे सबसे ज्यादा फायदा गांव के महिलाओं को हुआ है, जहां पहले गली मोहल्लों में आसानी से शराब मिल जाने के चलते लोग सुबह से शराब के नशे में धुत होकर लड़ाई झगड़ा गाली गलौज कर्ज रहते थे। जिसके चलते महिलाओं के अलावा स्कूली छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। खासकर गांवों में तो शाम के समय महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता था।
ग्रामीण क्षेत्रों में कम हुई अवैध शराब की बिक्री
आपको बता दे वर्तमान समय मे ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री में भारी कमी आई है। पहले जहां कोचियों द्वारा खुलेआम अवैध शराब का बिक्री करते थे।लेकिन पिछले एक महीने में पुलिस की कार्रवाई से शराब बेचने वाले कोचियों के होश फाख्ता हो गया है। जिन लोगों के द्वारा शराब बिक्री कार्य किया जाता था अब उन लोग शराब बेचना बंद कर दिए है। इसके साथ ही जिन स्थानों पर खुलेआम शराब की बिक्री होती थी अब वहां पर की स्थिति सुधर गई है। जैजैपुर पुलिस का साफ तौर पर कहना है चोरी छिपे जिनके द्वारा भी शराब की बिक्री की जा रही है। आने वाले दिनों में वे भी जेल में रहेंगे।
एक महीने में आबकारी के 10 प्रकरण, सभी भेजे गए जेल
जैजैपुर पुलिस ने मार्च महीने में आबकारी के कुल 10 प्रकरण दर्ज किया है और इन सभी प्रकरणों में आरोपियों को आबकारी अधिनियम के धारा 34/2 के तहत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपी को जेल दाखिल किया है। यही वजह है आज क्षेत्र के गांवों में अवैध रूप शराब की बिक्री करने वालो की संख्या लगातार कम हो रही है। शराब बिक्री कम होने से सबसे बड़ा फायदा गांवों में लोग शराब के नशे मे धुत होकर अनावश्यक रूप से हुल्लड़ बाजी करते रहते थे। ऐसे मामले अब कम हो गए है, जिसके चलते गांव का माहौल अब शांत रहता है। इतना ही शराब के नशे में गाली गलौज करने वालों के खिलाफ भी पुलिस लगातार प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी कर रही है। इसके अलावा जैजैपुर पुलिस ने एक महीने के भीतर जुआ के दो प्रकरण में 6 जुआरियों को भी जेल भेजने के बाद से जुआरियों का कारोबार भी बंद हो गया है।
वर्तमान समय मे पुलिस द्वारा अवैध शराब विक्रेताओं के खिलाफ जिस तरह से मुहिम चलाई जा रही है, वह सराहनीय है, लेकिन पुलिस को नगर में थोड़ा और ध्यान देने की जरूरत है। नपं में पुलिस सख्ती के साथ कार्रवाई करने की जरूरत है।
– हरनारायण यादव
पार्षद नगर पंचायत जैजैपुर
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने लगातार शराब, जुआ के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
– ललित चंद्रा
थाना प्रभारी जैजैपुर
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से अवैध कारोबारियों में हडक़ंप
अवैध शराब बिक्री पर अंकुश लगने से गांव का माहौल हुआ शांत, जगह बदलकर जुआ फड़ लगाने वाले जुआरियों का कारोबार भी बंद
