रायगढ़। रंगों के त्यौहार होली के लिए व्यवसायी विगत 15 दिनों से बड़ी संख्या में माल मंगा लिए थे, ताकि स्टाल लगाकर अच्छा-खासा मुनाफा कमाएंगे, लेकिन अब जिला प्रशासन द्वारा इनको शहर में स्टाल लगाने पर प्रतिबंध लगाते हुए मिनी स्टेडियम में आदेशित किया है, जिससे कोई भी व्यपारी वहां जाना नहीं चाहते हैं। ऐसे में अब शहर के सकरी सडक़ों में फुटपाथ सजने लगा है।
उल्लेखनीय है कि होली के लिए रंग, गुलाल, अबीर, पिचकारी आदि बेचने के लिए व्यवसायी पहले नटवर स्कूल में चार दिन पहले से ही स्टाल तैयार करते थे, जिससे दो से तीन दिनों तक उनका अच्छा व्यवसाय चलता था, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव के साथ-साथ बोर्ड परीक्षाएं भी चल रही है। जिसको देखते हुए नटवर स्कूल मैदान में स्टाल लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ऐसे में व्यपारियों द्वारा रामलीला मैदान में स्टाल लगाने की तैयारी में थे, लेकिन यहां फुटबाल मैच के चलते जगह नहीं दी गई। बाद में प्रशासन द्वारा यह तय किया गया कि शहर के हृदय स्थल गांधी गंज जगह दी जाएगी, लेकिन होली में होने वाले हुड़दंग को देखते हुए स्थानीय लोगों द्वारा इसका भी विरोध किया गया, जिससे अंत में प्रशासन द्वारा यह तय किया गया कि मिनी स्टेडियम सबसे सुरक्षित जगह रहेगा, लेकिन यहां स्टाल लगाने के लिए कोई भी व्यपारी तैयार नहीं है। दुकानदारों का कहना है कि यह सीजनल व्यवसाय है, जिसके लिए लोग एक बार खरीदी के लिए आते हैं, साथ ही शहर में ऐसे ही छोटे-मोटे कई दुकानें सजती है, ऐसे में अगर स्टाल मिनी स्टेडियम में लगता है तो उनको काफी नुकसान होगा, क्योंकि शहर से बाहर खरीदी करने के लिए कोई नहीं जाएगा, जिसको लेकर अब व्यवसायी मिनी स्टेडियम में दुकान लगाने से इनकार कर दिए हैं।
व्यवसायियों को शहर में जगह नहीं मिलने पर गुरुवार से सडक़ किनारे फुटपाथ लगना शुरू हो गया है। ऐसे में अब इस त्यौहारी सीजन में सडक़ किनारे फुटपाथ लगने से पार्किंग की भी समस्या खड़ी हो सकती है। जिससे आमजनों के साथ व्यपारी भी परेशान होंगे। जिसको देखते हुए अब व्यवसायी इसलिए ज्यादा परेशान होने लगे हैं कि लाखों रुपए का माल तो मंगा लिए हैं, लेकिन अगर नहीं बिका तो इनकी समस्या बढ़़ जाएगी।
बाजार में आया रंग-बिरंगी पिचकारी
रंगों के त्यौहार होली को लेकर बच्चों के साथ-साथ बड़े भी काफी उत्साहित है। जिसको देखते हुए व्यवसायी इस बार अलग-अलग तरह के पिचकारी मंगाए हैं। इस संबंध में फुटपाथ व्यवसायियों का कहना था कि पिछली बार बाजार काफी बेहतर था, जिसके चलते इस बार ज्यादा माल मंगाए हैं। जिसमें पिचकारी 100 रुपए से लेकर पांच हजार तक बाजार में आया है, इसके साथ ही तरह-तरह के बाजा व मुखौटा के साथ-साथ नगाड़े भी बड़ी संख्या में मंगाई है। वहीं व्यवसायियों ने बताया कि बाजा 10 रुपए लेकर 150 रुपए तक तथा नगाड़ा 100 रुपए से 1500 रुपए तक है, ताकि लोग अपनी हैसियत के अनुसार खरीद सके।
माल फसने की सता रही चिंता
गौरतलब हो कि इस बार सत्तीगुढ़ी चौक से लेकर रेलवे स्टेशन चौक, सुभाष चौक सहित शहर के सभी चौक-चौराहों में दुकान लगना शुरू हो गया है। ऐसे में व्यपारियों की मानें तो अलग-अलग दुकान लगने से रेट को भी लेकर आम लोगों को दिक्कत होगी, साथ ही यह त्यौहार दो दिन का होने के कारण अगर इन दो दिनों में माल नहीं बिका तो काफी नुकसान होगा। जिसको लेकर इस बार कम मुनाफा में ही बिक्री करने मजबूरी बन सकती है।