खरसिया। जनपद पंचायत खरसिया में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद निर्वाचित बीडीसी श्रीमती आरती लक्ष्मी पटेल को स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास का सभापति बनाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों से मिल रही लगातार शिकायतों के बाद आज श्रीमती पटेल ने गोरपार, जोबी बर्रा और फरकानारा सेक्टर की आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा करते हुए निरीक्षण किया जिसमें सभी केन्द्रों में अनियमितताएं पाई गई। इस संबंध में श्रीमती आरती लक्ष्मी पटेल ने बताया कि मेरे द्वारा इन तीनों सेक्टरों का निरीक्षण किया गया जिसमें ग्राम गोरपार में एक आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिला और एक में सिर्फ सहायिका मिली और तीसरे में हमारे आने के बहुत देर बाद कार्यकर्ता केंद्र में पहुंची। कोड़ी कुंडा और खम्हार में भी सिर्फ सहायिका ही केंद्र को संचालित कर रही थी कार्यकर्ता नदारद थी। इस संबंध में सहायिका से पूछने पर उन्होंने बताया कि दो तीन दिनों से कार्यकर्ता नहीं आ रही है और क्यों नहीं आ रही है इसकी जानकारी हमें नहीं है। निरीक्षण के दौरान किसी केन्द्र में दो और किसी केन्द्र में चार पाँच बच्चे ही उपस्थित थे जबकि उपस्थिति पंजी पूछने पर सहायिकाओं ने बताया कि रजिस्टर अलमारी में है और उसकी चाबी कार्यकर्ता के पास है। अनेक केंद्रों में दाल और सब्जी थी ही नहीं नाम मात्र में उपस्थित बच्चों को सिर्फ चावल खिलाया जा रहा था। कई केंद्रों में बच्चे कम थे और उपस्थिति ज्यादा दर्शाते हुए अधिकारियों की मिलीभगत से वर्षों से जमकर भ्रष्टाचार करते हुए शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई जा रही है।
महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री से करेंगे शिकायत
हमारी सरकार बनने के बाद अब इसे रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं और इसकी शिकायत भी महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री महोदया माननीय श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े जी और उच्च अधिकारियों को भी की जावेगी। लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में आलमारी बर्तन कुकर खिलौने आदि भी नहीं थे जबकि सभी केन्द्रों में परियोजना द्वारा सप्लाई की गई है। और उसके बिलों का आहरण किया गया है। गोरपार के एक केंद्र की सहायिका ने बताया कि अलमारी कई माह पहले दी गई थी जो कि कार्यकर्ता के घर में रखी है और पुरानी अलमारी को कबाड़ी के पास बेच दिया गया है। सर्फ साबुन तेल फिनाइल और हार्पिक आदि नहीं थे जिनका हर माह परियोजना और सेक्टर प्रभारी द्वारा फर्जी बिल बनाकर रुपए निकाले जाते है।
केंद्रों में रंग रोगन और पेंटिंग के नाम पर किया गया है जबरदस्त भ्रष्टाचार – आरती पटेल
श्रीमती आरती लक्ष्मी पटेल ने आगे बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में रंग रोगन और वाल पेंटिंग के नाम पर तीन हजार रुपये निकाले गए हैं जबकि आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने बताया कि सिर्फ बाहर की दीवार पर थोड़ा सा रंग रोगन किया गया है और आंगनबाड़ी केंद्र में रंग रोगन और वाल पेंटिंग हो गई है के नाम पर उनके दस्तखत करवा लिए गए है। बाहरी दीवारों को देखने पर साफ पता चल रहा है कि इसमें पाँच सौ रुपये भी खर्च नहीं हुए होंगे। और अंदर दीवालों पर किसी भी प्रकार की वाल पेंटिंग नहीं की गई है। श्रीमती पटेल ने आगे कहा कि गर्भवती महिलाएं एवं शिशुवती महिलाओं को दिए जाने वाले पोषण आहार के नाम पर भी भारी मात्रा में राशि का आहरण किया जा रहा है। पूरक पोषण आहार के नाम पर भी जमकर धांधली की जा रही है। मेरे द्वारा क्षेत्र के आंगनबाड़ीयों का निरीक्षण किया जा रहा है। जानकारी मिलने पर पर्यवेक्षक द्वारा व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं को आगाह कर दिया गया था। उसके बावजूद भी अनेक कार्यकर्ता नदारद थी और केंद्र में बच्चे भी नहीं थे। इससे पता चल रहा है कि अधिकारियों के संरक्षण में कार्यकर्ता कितनी नीडर और दुस्साहसी हो गई है। एक कार्यकर्ता ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि सेक्टर प्रभारी द्वारा गर्म भोजन के नाम पर दो सौ रुपये प्रति आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता से उगाही की जाती है। जिसकी वजह से हमें ज्यादा बच्चों की उपस्थिति दर्ज करनी पड़ती है। पैसे न देने पर सुपरवाइजर पर्यवेक्षक द्वारा नोटिस देने और अधिकारियों से शिकायत करने की धमकी दी जाती है। इस एक सेक्टर में चौंसठ आंगनबाड़ी केंद्र है। आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति नहीं होने और केंद्रों के बंद होने के संबंध में जोबी सेक्टर की पर्यवेक्षक अनिता कांबले से बात करने पर उन्होंने बताया कि मैं अभी खरसिया में हूं और मुझे जानकारी नहीं है। सोचने वाली बात यह है कि दो दो तीन तीन दिन से कार्यकर्ता गायब हैं और आंगनबाड़ी खुल नहीं रहे हैं और खुल रहे हैं तो बच्चे नहीं आ रहे हैं या एक से दो बजे के बीच बंद कर दिए जा रहे हैं। इस सब की पर्यवेक्षक को जानकारी नहीं है, क्या ऐसा हो सकता है। वहीं बर्तनों के संबंध में पर्यवेक्षक अनिता कांबले ने बताया कि सिर्फ एक दो केन्द्र में ही नये बर्तन दिए गए हैं और अलमारी के संबंध में उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है मैं पता करके बता पाऊंगी।
कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की नियुक्ति हैं संदेहास्पद
श्रीमती पटेल ने आगे कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग में दिख रही इन अनियमितताओं को देखते हुए हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की नियुक्ति में भी जमकर भ्रष्टाचार किए जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
वर्षों से एक ही जगह जमी हुई पर्यवेक्षक हो गई हैं निरंकुश
श्रीमती आरती लक्ष्मी पटेल ने बताया कि सभी सेक्टरों की पर्यवेक्षिकाएं वर्षों से एक ही जगह पदस्थापित हैं जिसकी वजह से ये शासन प्रशासन के प्रति किसी भी जवाबदारी के प्रति घोर लापरवाह और निरंकुश हो गई हैं। हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी मांगने पर इनकार कर दिया जाता है। परियोजना ऑफिस में सभी सेक्टरों और उनमें में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची मांगने पर आनाकानी करते हुए टाल दिया जाता है और सूची उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में भर्राशाही, कहीं केंद्र बंद, कहीं कार्यकर्ता नदारद
स्वास्थ्य एवं महिला विकास सभापति आरती पटेल ने केंद्रों का किया दौरा मिला जमकर भ्रष्टाचार



