रायगढ़। गज़मार पहाड़ी में प्रदेश की सबसे बड़ी विशाल प्रतिमा के निर्माण हेतु ओपी चौधरी ने आज मार्मिक अपील के दौरान कहा शहरवासियों ने मुझसे विकास की उम्मीद रखी चुनाव जीतने के बाद मेरा हर पल रायगढ़ वासियों के विकास के लिए समर्पित है लेकिन चुनाव के बाद पहली बार मै आज शहरवासियों से प्रदेश की सबसे बड़ी हनुमान प्रतिमा के निर्माण हेतु झोली फैलाकर सहयोग की उम्मीद रखता हूं। दानवीर सेठ किरोड़ीमल की इस नगरी में दानदाताओं की कमी नहीं है । ओपी ने कहा हनुमान प्रतिमा के निर्माण का उद्देश्य धन संग्रह नहीं बल्कि शहरवासियों उदार भाव का संग्रह करना है ताकि आने वाली पीढ़ी जब हनुमान की विशाल काय प्रतिमा को देखे तो उसे यह महसूस हो कि उनके पुरखों ने इसके निर्माण हेतु अपना सहयोग दिया है। ओपी चौधरी ने कहा एक रुपए से लेकर यथा शक्ति दान नगद की बजाय खाते में स्वीकार किया जाएगा । मोदी जी के द्वारा राम मंदिर निर्माण हेतु देश वासियों से मिले जनसहयोग का जिक्र करते हुए कहा मंदिर का निर्माण देशवासियों के सहयोग से किया गया ताकि हर दिल में मौजूद राम के प्रति भक्ति का सम्मान किया जा सके। ओपी की इस मार्मिक अपील पर विशाल काय हनुमान प्रतिमा के निर्माण के लिए शहरवासियों के हाथ जोश से उठ खड़े हुए। गज़मार पहाड़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बात दोहराते हुए ओपी ने कहा रायगढ़ में एक ऐसे धार्मिक पर्यटन स्थल की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी जहां बाहर से आने वाले रिश्ते दार सगे संबंधियों को घुमाने ले जाया जा सके। बड़ी जीत के लिए रायगढ़ की जनता का पुन: आभार व्यक्त करते हुए कहा आप लोगो का एक एक वोट मुझे दिन रात विकास कार्य में जुट रहने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा उम्मीद से दिए गए एक एक वोट विकास की बुनियाद को मजबूत करेगा।
खिला विकास का कमल : ओपी चौधरी

ओपी चौधरी ने कहा रायगढ़ की जनता लगातार वोट देते रही। रायगढ़ वासियों द्वारा कमल को दिए गए एक एक वोट का कमाल बताते हुए ओपी ने कहा रायगढ़ की जनता के एक वोट से नालंदा परिसर,ऑक्सीजन मेरिन ड्राइवर खर्रा घाट पर पुलिया,केलो पुलिया से एसईसीएल तक मेरिन ड्राइव,नालंदा के सामने मेरिन ड्राइव बैकुंठ पुर मे ऑक्सीजोन,किसान राईस मिल में ऑक्सीजोन,स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स,राजीव नगर दुध डेयरी ऑक्सीजोन सहित दस स्थलों में ऑक्सीजोन ,स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स,शहर में सभी ओर प्रवेश करने पर फोर लेन सडक़े,चांदनी चौक की पुलिया, इंदिरा नगर जाने वाली पुलिया, बस स्टेड, कैनल रोड सहित दर्जनों विकास कार्य का मार्ग प्रशस्त हो सका है। विकास कार्यों की लंबी फेहरिस्त में बहुत से काम प्रगति में है बहुत से काम के टेंडर हो चुके और बहुत से कार्य टेंडर जारी होने वाले है। ओपी ने कहा कुछ लोग नेगेटिव माहौल बनाकर सामाजिक समरसता,सद्भावना को बिगाडऩे का कुत्सित प्रयास कर रहे लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे। प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाते हुए कहा हमारी सरकार ऐसे लोगों के साथ नहीं है। सभी को जोडऩा हमारी प्राथमिकता है। छग के विकास में सभी का बराबर योगदान है और सभी की भूमिका से हम प्रदेश में विकास की बुनियाद मजबूत करेंगे। हमारा प्रयास किसी व्यक्ति विशेष समूह संस्था को लाभ पहुंचाना नहीं बल्कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक विकास पहुंचाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोडऩा हमारा लक्ष्य है।
उम्मीदों के नायक बने ओपी चौधरी : मुकेश जैन
कहते हैं कि हर इलाके की प्रगति यात्रा में निश्चित अंतराल के बाद एक सुअवसर अवश्य आता है, जब वह तेजी से आगे बढ़ता है। नियति ने शायद रायगढ़ हेतु वह कालखंड वर्ष 2023 तय कर रखा था। यही कारण है कि अभिनव योजनाओं के लिये प्रधानमंत्री अवार्ड से सम्मानित ओ पी चौधरी ने रायगढ़ का रुख किया। जनता ने ओ पी है तो उम्मीद है की टैग लाइन पर विश्वास जताया और इस नौजवान प्रतिभा को ऐतिहासिक बहुमत से चुनकर रायगढ़ की बागडोर सौंप दी। समय साक्षी है कि उस दिन से आज तक वे जनता की उम्मीदों को पूरा करने हेतु अपना दिन-रात खपा रहे हैं। कोई भी शहर केवल सडक़-नाली, पुल-पुलियों से जीवंत नहीं बनता है वरन वह अपनी संस्कृति, अपनी लोक परम्पराओं , मेले-ठेलों , तीज-त्योहारों व आध्यात्मिक व सामाजिक गतिविधियों से जीवंत बनता है। इसी सोच के साथ आवश्यक महत्वाकांक्षी विकास परियोजनाओं के साथ ही इस तरह के प्रोजेक्ट पर भी श्री चौधरी का फोकस है जो हमारी सांस्कृतिक व आध्यात्मिक व सामाजिक परम्पराओं को आगे बढ़ाकर रायगढ़ की पहचान के रूप में स्थापित हो। गजमार पहाड़ी का कायाकल्प इसी का हिस्सा है। पहाड़ मंदिर हेतु शासकीय स्तर पर बड़ी योजना के साथ काम किया जा रहा है लेकिन रायगढ़ की नयी पहचान स्थापित करने में यहाँ के हर वर्ग के नागरिक की हिस्सेदारी हो और वह विकासयात्रा में अपनेपन के साथ शामिल हो, इस उद्देश्य के साथ पहाड़ मंदिर में बजरंगबली की विराट प्रतिमा की स्थापना जनसहयोग से किये जाने का विचार बना और लोगों ने उत्साह के साथ आगे बढक़र पहाड़ मंदिर जीर्णोद्धार समिति का गठन किया। आज की इस महती बैठक में लोगों की बड़ी हिस्सेदारी से यह विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि प्रतिमा स्थापना का कार्य उम्मीद से कहीं अधिक सफलतापूर्वक संपन्न होगा।
रिटायर उर्मिला गुप्ता ने पेंशन से एकत्र तीन लाख किया सहयोग

रिटायर्ड महिला उर्मिला गुप्ता द्वारा अपने पेंशन की राशि से तीन लाख की राशि दान में दिए जाने पर ओपी चौधरी भावुक हो गए । उन्होंने कहा श्रीमती गुप्ता द्वारा जीवन की गाढ़ी कमाई दान किया जाना मुझे भावुक कर गया । मातृ शक्ति का यह हनुमंत प्रेम प्रशंसनीय है। आने वाली पीढ़ी के लिए यह योगदान प्रेरणा दाई रहेगा। उद्यान विभाग में 40 साल सेवा देने वाली श्रीमती गुप्ता पिछले जून माह में रिटायर हुई है। पिछले चार सालों से वे पहाड़ मंदिर में अष्ट प्रहारी पूजा का आयोजन कर रही है। गज़मार पहाड़ी में विशाल कद हनुमान प्रतिमा के निर्माण से वे बहुत खुश है। इसलिए वे स्वयं को दान देने से नहीं रोक पाई। वहीं ओपी चौधरी की अपील पर सुनील लेंध्रा, अनूप बंसल सहित समाज सेवी संस्थाओं महिलाओं से जुड़ी संस्थाओं ने दिल खोलकर दान देकर भव्य हनुमान प्रतिमा निर्माण के संकल्प को मजबूती प्रदान की। ओपी चौधरी ने हनुमान प्रतिमा के निर्माण हेतु पूरी टीम जी जान से जुड़ी हुई है। इस हेतु उन्होंने महामंत्री विकास केडिया के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा उनकी पूरी टीम का प्रयास सराहनीय है।
सर्व समाज के लोगों की रही मौजूदगी
हनुमान प्रतिमा निर्माण समिति हेतु आयोजित मीटिंग में सर्व समाज से जुड़े प्रतिनिधियों को मौजूदगी रही। अग्र समाज, सिंधी समाज, सिक्ख समाज,अघरिया समाज, राजपूत समाज, ब्राह्मण समाज,साहू समाज, गुजराती समाज, भट्ट, पटनायक, सराफ, उडिया, देवांगन, तेलगु, जायसवाल, नामदेव, नेपाली, अग्रहरी, यादव, क्षत्रिय, ठाकुर, उत्कल धारज्ञा, उत्कल ब्राम्हण,उत्कल ब्राम्हण (महिला),महिला संगठन रोटरी क्लब, लायंस क्लब,दादी सेवा समिति,सहित सर्व समाज से जुड़े प्रतिनिधियों ने हनुमान प्रतिमा के निर्माण हेतु ओपी चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए सहयोग हेतु हाथ बढ़ाया।
डॉक्टर पवन अग्रवाल को दी गई जिम्मेदारी
हनुमान प्रतिमा हेतु बनाई गई एक समिति बनाई गई जिसमें 108 सदस्य है । समिति से जुड़े कार्यों की देख रख की महती जिम्मेदारी डॉक्टर पवन अग्रवाल के समर्पण भाव की देखते हुई दी गई।

			
			

                                
		
		
		
		