रायपुर। नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने अगली सामान्य सभा की तारीख 29 अक्टूबर को तय की है। जिसमें कुल 16 एजेंडों पर चर्चा के बाद अंतिम मुहर लगेगी। महापौर मीनल चौबे के कार्यकाल की यह बजट के बाद दूसरी सामान्य सभा होगी। नगर निगम के सदन में भाजपा पार्षदों का बहुमत है। इसलिए हंगामे की संभावना कम बताई जा रही है। हालांकि, भाजपा पार्षद इस दौरान अपने-अपने वार्डों में पेयजल, सफाई, बिजली, सडक़ और नाली जैसी स्थानीय समस्याओं को प्राथमिकता से उठाएंगे। सभापति सूर्यकांत राठौर ने कहा कि, सामान्य सभा में सभी पार्षदों को बोलने का अवसर दिया जाएगा। प्रश्नकाल की अवधि एक घंटे होगी। उन्होंने बताया कि, पहली बार सामान्य सभा में 14 से 15 पार्षदों ने सवाल उठाए हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले यह संख्या केवल 5 से 7 सवालों तक ही सीमित रहती थी। नगर निगम सचिवालय के अनुसार, सभापति राठौर के कार्यकाल में सबसे अधिक सवालों को सूचीबद्ध किया गया है। महापौर मीनल चौबे के चुने जाने के बाद नगर निगम की पहली बजट सामान्य सभा हुई थी। इसके बाद ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर शहीद स्मारक भवन में विशेष सामान्य सभा बुलाई गई थी। अब लगभग सात माह बाद यह तीसरी सामान्य सभा आयोजित की जा रही है। इस सभा में पार्षदों को अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं और मांगों को सदन में रखने का मौका मिलेगा। सभापति ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रश्नकाल में सभी पार्षदों को समयानुसार बोलने का अवसर मिलेगा और किसी प्रकार की अनावश्यक बहस नहीं होगी। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि, यह बैठक पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएगी। पार्षदों के सवालों और सुझावों को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभागों को कार्यवाही के निर्देश दिए जाएंगे। नगर निगम की सामान्य सभा का उद्देश्य पार्षदों और प्रशासन के बीच संवाद बढ़ाना और शहर के विकास से जुड़े मुद्दों को समय पर हल करना है। इस बार की सभा में पार्षदों की सक्रिय भागीदारी से नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने की उम्मीद जताई जा रही है।