पखांजूर। प्रदेश के साय की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पिछले एक वर्षों में दो बार बिजली की दरों में वृद्धि कर दिया है। अब उपभोक्ताओं को बिजली से ज्यादा बिजली बिल से जोर का झटका लगने वाला है।उक्त बातें क्रांतिकारी विचार मंच के अध्यक्ष हरपाल सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया।
बिजली दर में बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि साय की सरकार ने सत्ता में आने के बाद दो बार बिजली की दरों में वृद्धि की है।बिजली की दरों में वृद्धि आम जनता को राहत देने के बदले और अधिक बोझ डालेगी।अभी तक लोगों को बिजली का झटका लगता था अब साय ने इतनी तरक्की कर दिया है कि अब प्रदेशवासियों को बिजली के बिल से झटका लगेगा।
बिजली दर वृद्धि पर सरकार का झूठा प्रचार
सिंह ने सरकार के झूठे प्रचार का खुलासा करते हुए कहा कि सरकार का प्रचार है कि सरकार ने बिजली की दर में प्रति यूनिट 10 पैसे की मामूली वृद्धि की है।
लेकिन आम उपभोक्ता प्रति माह कितना यूनिट बिजली खपत करता है। लेकिन 100 यूनिट तक बिजली खपत पर प्रति यूनिट 20 पैसे की वृद्धि की गई है। प्रदेश के अधिकतर गरीब परिवार एकल बत्ती कनेक्शन प्रति माह 100 यूनिट बिजली खपत करते है इसका अर्थ यह है कि बिजली दर में वृद्धि का सबसे अधिक बोझ प्रदेश के सबसे गरीब लोगों तक पडऩे वाला है।
बड़े लोगों के साथ,गरीबों का विनाश
विचार मंच के नेता ने कहा कि भाजपा का नारा है सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास। लेकिन वास्तव में यह डबल इंजन की सरकार पूंजीपतियों के साथ,और गरीबों का विनाश की राह पर चल रही है। बिजली जैसे आवश्यक वस्तु को भी गरीबों के पहुंच से बहार कर देना चाहती है। प्रदेश में वर्ष 2022 में 49,33,698 घरेलू बिजली उपभोक्ता था। इनमें अधिकांश गरीब परिवार थे।जब इन गरीब उपभोक्ताओं के बिजली दर में 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि होगी फिर यह समझना कठिन नहीं है कि यह सरकार गरीबों का विनाश चाहती है। उन्होंने आम नागरिकों से सरकार की इस जनविरोधी कदम के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करने का आह्वान किया है।
बिजली के बिल से ही लगेगा जोर का झटका : हरपाल
