सक्ती-जैजैपुर। जिले के जैजैपुर जनपद पंचायत क्षेत्र को राखड़ ट्रांसपोर्टरों ने डंपिंग यार्ड बना दिया है। अगर हम ऐसा कहे तो कहना गलत नही है। जैजैपुर जनपद पंचायत का कोई ऐसा गांव नही होगा, जहां प्लांट से निकलने वाला सफेद जहर न डाला गया हो। जैजैपुर में राखड डॉपिंग का खेल जोरों पर है।
मानो ऐसा लग रहा है कि सक्ती जिले के जैजैपुर ब्लाक के साथ मुख्य रूप से ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित कई गांव लावारिस सा हो गया हो। जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी अपने आंख कान को बंद कर बैठे हैं, उन्हें जैजैपुर ब्लाक के गांव-गांव में अवैध राखड़ डंपिंग दिखाई नहीं दे रहा, ओवरलोड राखड़ वाहन जहां पा रहे वही राखंड डंप कर दे रहे हैं, लेकिन पर्यावरण विभाग एवं जिला प्रशासन इन अवैध राखड़ कारोबारी ट्रांसपोर्टरों के ऊपर कार्यवाही करने से आखिर क्यों कतरा रहा है, ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित कई गांव के गरीब मजदुर लोगों को पता है, कि वह न तो प्लांटों का कुछ बिगाड़ सकते हैं, और ना ही राख फेंकने वाले ट्रांसपोर्टरों का जबकि सरकारी महकमा चाहे तो लोगों का जीवन संकट में डालने वाले ट्रांसपोर्टरों पर न सिर्फ कार्यवाही बल्कि एफआईआर भी करा सकता है, लेकिन बावजूद इसके किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने इन सफेद जहर के अवैध कारोबारीयों के हौसले बुलंद है। राखड डंप करने वाले ट्रांसपोर्टरों के दलाल जो लगातार जैजैपुर क्षेत्र के नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से संपर्क बनाकर गांव को खाली जमीनों में राखड़ डंप कर रहे है। इन दिनों ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित कई गांव में राखड़ डंप का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। ट्रांसपोर्टर अवैध लाभ कमाने के चक्कर में प्लांट से निकलने वाले जहरीले राखड को एक गांव के तालाब को बिना अनुमति सैकड़ों ट्रिप अवैध तरीके से डंप कर तालाब को पाट चुके है।
अवैध राखड़ डंप का खेल, पर्यावरण विभाग कुंभकर्णी निद्रा में
जैजैपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित आस पास के कई ग्रामों में एनजीटी के विभिन्न नियम एवं शर्तों का उल्लंघन करते हुए राखड़ डंपिंग का खेल चल रहा है। जिसे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधी एवं जिम्मेदार अधिकारी भी देख कर अंदेखा कर रहे है। ट्रांसपोर्टरों द्वारा मनमानी कर ग्रामीणों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा ट्रांसपोर्टरों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद है। ट्रांसपोर्टरों द्वारा राखड़ डंपिंग का खेल गांव-गांव में खेला जा रहा है। जिससे क्षेत्र की जनता त्रस्त है, वही पर्यावरण विभाग की एक बड़ी गाड़ी क्षेत्र में लगातार घुम घुम कर क्या करती है यह सवाल अब ग्रामीणों के बीच में चर्चा का सबब बना हुआ है। लोग दबी जुबान कहने लगे है कि पर्यावरण विभाग की गाडी और उसमें आए लोग क्षेत्र के राखड़ ट्रांसपोर्टरों से साठ-गाठ कर मनमानी करने खुली छुट दे दी है क्या यही वजह है कि जैजैपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित आस पास के कई ग्रामों में ट्रांसपोर्टरों द्वारा गांव को राख ही राख कर मवेशी और इंसान को शुद्ध जिन्दगी के लिए मोहताज बना रहे है।
ग्रामीणों के शरीर में पहुंच रहा सफेद जहर, प्रशासन मौन
जैजैपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित कई गांव के सडक़ों के किनारे खाली पड़ी जमीन पर राखड़ डंप दिखाई देगी, ट्रांसपोर्टर द्वारा मनमाना राखड़ डंप किया जा है, बिना अनुमति कई शासकीय एवं निजी जगहों पर अवैध तरीके से राखड़ डंप किया जा रहा है। एनजीटी के नियम कानूनों को ताक में रखकर प्लांटों से निकलने वाले जहरीले राखड को जैजैपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत दतौद, आश्रित ग्राम पथर्रा, बेलादुला, कचंदा, बोड़सरा सहित कई गांव में सहित तमाम जगहों पर जहां-तहां फेंका जा रहा है, जिससे ग्राम पंचायत ओड़ेकेरा एवं आसपास के गांवों का वातावरण दूषित हो रहा है।
आरआई को भेज जमीन की जांच करवाता हूँ
मुझे शिकायत मिला था तब मैं जांच करने गया मुझे कुछ कागजात दिखाया गया है। वहां जमीन की खसरा नंबर को लेकर खेल खेला जा रहा है और वहां बालाजी ट्रांसपोर्ट द्वारा राखड़ डम्प किया जा रहा है। मैं आरआई को भेज कर जमीन की जांच करवाता हूँ। उसके बाद कार्यवाही किया जाएगा।
एन के सिंन्हा,
तहसीलदार जैजैपुर
चारों तरफ राख ही राख, जिंदगी को मोहताज मवेशी और इंसान
प्लांट से निकलता राख, ट्रांसपोर्टर ने दतौद, पथर्रा सहित अनेक गांव को किया बीमार, घुट रहीं सांसे
