धरमजयगढ़। क्षेत्र में राशन वितरण को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ, जब एक दुकान के आस-पास हितग्राही थैले लेकर राशन के इंतजार में नजर आए। दुकान बंद होने की स्थिति में हितग्राहियों से चर्चा की गई, जिसके बाद पूरा मामला खुलकर सामने आया। पड़ताल के दौरान यह सामने आया कि संबंधित दुकान के नाम पर पहले से ही 250 क्विंटल चावल की शॉर्टेज दर्ज है, जिसके कारण हितग्राहियों को नियमित रूप से चावल नहीं मिल पा रहा है। जब इस संबंध में दुकान संचालक से सवाल किया गया, तो उसने चावल की कमी को कारण बताया। हालांकि, यह जवाब कहीं न कहीं गैर-जिम्मेदाराना प्रतीत हुआ जिससे हितग्राहियों में नाराजगी और बढ़ गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए धरमजयगढ़ एसडीएम ने त्वरित संज्ञान लिया और मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने दुकान संचालक को कड़े शब्दों में फटकार लगाते हुए पूछा कि दुकान हैंडओवर के समय इस शॉर्टेज पर पूर्व में विचार क्यों नहीं किया गया?
इस मामले पर धरमजयगढ़ एसडीएम धनराज मरकाम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 20 तारीख से पहले सभी हितग्राहियों को पूरा राशन वितरित किया जाए। अन्यथा, नियमों के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस सख्ती से राशन घोटाले की संभावना पर भी सवाल उठने लगे हैं।
संचालकों पर खाद्य अधिकारी की विशेष कृपा
क्षेत्र के कई गांवों में सरकारी राशन दुकान में राशन नहीं मिलने की शिकायत लगातार सामने आ रही है। इस प्रकार की शिकायत लेकर आए दिन ग्रामीण मुख्यालय पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्र के अधिकांश राशन दुकान में सैकड़ों क्विंटल चावल और अन्य सामानों का शॉर्टेज है। ऐसे में संचालकों पर इस शॉर्टेज की भरपाई का जिम्मा आ गया है। लाखों रुपए के शॉर्टेज की भरपाई संचालकों को रास नहीं आ रही है। अपने जेब से भरपाई के बजाय संचालक ग्रामीणों के हक पर डाका डाल रहे हैं और यही कारण है कि कई महीनों तक राशन नहीं मिलने की बात सामने आ रही है।
सरकारी राशन दुकान में 250 क्विंटल चावल शॉर्टेज, भटक रहे हितग्राही
संचालक के खिलाफ ग्रामीण लामबंद, एसडीएम ने दिया आश्वासन
