रायगढ़। व्यक्ति के आचार – विचार, व्यवहार हम सभी को प्रभावित करते हैं और इनसे ही व्यक्ति के बारे में लोगों के बीच लोगों का नजरिया निर्धारित किया जाता है। व्यक्ति के आचार – विचार, व्यवहार परिवार और समाज के द्वारा दिए गए संस्कार, उसके वातावरण और संगत से निश्चित होते है । भारतीय संस्कृति और संस्कार बहुत ही परिष्कृत और संबृद्ध है बच्चों को उनके बचपन से ही इसकी जानकारी देने के साथ साथ इसके अनुकूल आचरण का भी प्रारंभ किया जाना आवश्यक है। आज यह अहम जिम्मेदारी हर किसी को समझने और इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। रायगढ़ शहर की बेटियां ईशा, विनी, धरिती और संस्कृति अपनी इस नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी को समझकर समर कैंप कुछ दिन अपनी संस्कृति की ओर के द्वारा बच्चों में भारतीय संस्कार और नैतिक मूल्य स्थापित करने के लिए कार्य कर रही हैं। 10 दिनों के इस कैंप में बच्चों को भारतीय संस्कार, योगा, गीता, रामायण की जानकारी, विश्व धरोहर के मंदिर और राष्ट्रीय महत्व के ऐतिहासिक स्थल की जानकारी, पर्यावरण और पर्यावरण का महत्व और हमारा कर्तव्य, जप, कीर्तन और श्लोक की जानकारी बहुत ही आकर्षक तरीके से कहानी, कविता, खेल और क्विज के द्वारा बताए जा रहे हैं । बच्चे इस समर कैंप में उत्साह पूर्वक शामिल हो रहे हैं और कैंप के पश्चात बच्चों में दिख रहे परिवर्तन से बच्चों के अभिभावक भी खुश हैं । आज इस समर कैंप के समापन में आमंत्रित रायगढ़ के शिक्षाविद, समाज सेवी और बाल मनोविशेषज्ञ श्री हर्ष सिंह सर, किरण दूत के वरिष्ठ पत्रकार श्री दिलीपजी और श्री संदीपजी और हर्ष न्यूज के पत्रकार श्यामजी की उपस्थिति रही । सभी अतिथियों ने सर्वप्रथम मां सरस्वती की फोटो पर माल्यार्पण कर दीपप्रज्वलित किया फिर अतिथियों का तिलक व माल्यार्पण से सम्मान कार्यक्रम की संचालिका गण ईशा, विनी, धरिती और संस्कृति ने किया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हर्ष सिंह सर ने बच्चों को बहुत ही आकर्षक तरीके से प्रेरणा और शुभकामनाएं के साथ साथ समर कैंप को सफलता पूर्वक पूरा करने के लिए सभी को बधाई दी और इस तरह के सार्थक और उपयोगी कार्यक्रम की आवश्यकता बताई । आज अंतिम दिन फैंसी ड्रेस और फैशन परेड भी रखा गया जिसमे प्रतिभागियों ने अलग अलग देवी देवता के वेश में भागेदारी दी अंत में सभी को भागेदारी प्रमाण पत्र भी दिया गया इस कैंप में शिवानी, कृषा, हार्दिक, आराध्या, आर्या, राधिका, आरव, ईशान, श्रृष्टि, खुशी, प्रांशु, वैभव, विवान, शान्या, विराज, राजीव प्रताप, दिवित, युवान, नेहल, मुदिता, आरुष, सौरवी, गुलाल और आराध्या ने अपनी भागेदारी दी । अभिभावकों के विशेष आग्रह पर शीघ्र इस कैंप का दूसरा बैच भी प्रारंभ किया जाएगा।
‘कुछ दिन अपनी संस्कृति की ओर’ बच्चों का समर कैंप संपन्न

By
lochan Gupta

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