धरमजयगढ़। जिले के एसईसीएल के छाल माइंस में वर्चस्व बनाने की लड़ाई अब खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। पुलिस भी इसे रोक पाने में नाकाम रही है। बीते एक सप्ताह में दो बार हिंसक वारदातें हो चुकी हैं। सोमवार सुबह मजदूरों ने आरकेएस कंपनी के कर्मचारियों की पिटाई कर दी। इस केस में 24 मजदूरों के विरुद्ध छाल थाने में नामजद शिकायत की गई है। फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच जारी है। एसईसीएल की खदानों में अचानक से वातावरण अशांत हो गया है। इसकी वजह से कोयला उत्पादन और डिस्पैच बंद कर दिया गया था। इसके पहले बायपास रोड को बंद करने पर बांधापाली की महिलाओं और पुरुषों ने त्रिपुरा राइफल्स के जवानों से मारपीट की थी।
बीते सोमवार को मजदूरों ने आरकेएस कंपनी के कर्मचारियों की जमकर पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि लोकल लोगों को काम से निकालकर उनकी जगह झारखंड के लोगों की भर्ती करने से मजदूर नाराज थे। इसी बात पर विवाद बढ़ गया और मारपीट हो गई। पता चला है कि घायल कर्मचारियों ने 24 लोगों के विरुद्ध नामजद शिकायत पुलिस से की है। घायलों का डॉक्टरी मुलाहिजा भी कराया गया है। अभी तक सोमवार की घटना को लेकर एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी है।
सस्पेंड रहेंगे मजदूर कंपनी ने भी मारपीट में शामिल मजदूरों को तब तक सस्पेंड रखने का आदेश दिया है जब तक कि पुलिस की कार्रवाई पूरी नहीं हो जाती। इसके अलावा बाकी मजदूर काम पर आ सकेंगे। जानकारी के मुताबिक कोयला खदानों के बाहर और आसपास गांवों में बन रहे गुटों की सक्रियता के कारण भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं। बताया जा रहा है कि कई कोल माफिया भी एसईसीएल की खदानों में माहौल खराब करने में जुटे हैं।
अशांति के कारण एसईसीएल में उत्पादन व डिस्पैच प्रभावित
प्रबंधन को बड़े पैमाने पर हो रहा नुकसान
