रायगढ़। विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस नेताओं की नीदें उड़ा दी है। वहीं अब सब तरफ एक ही चर्चा है। प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस बीच कई प्रबल दावेदारों के नाम भी मीडिया की लिस्ट में चल रही है। जिसमें 15 साल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी और विष्णु देव साय के नाम शामिल हैं। वहीं रेणुका सिंह सहित कई और नाम भी रेस में दिख रहें हैं। वहीं पिछले लंबे समय से चर्चा में रहने वाले पूर्व आईएएस ओपी चौधरी ने खुद सीएम बनने से इनकार कर दिया है। खबर आ रही है। पार्टी अलाकमान ने खुद ओपी चौधरी को जिम्मेदारी सौंपनी चाही। जिसे ओपी चौधरी ने खुद इनकार कर दिया है।
सूत्रों के हवालों से खबर आ रही है। 15 साल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अब प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। उन्हें रेस से बाहर रखा जा रहा है। पार्टी अलाकमान डॉ. रमन सिंह को दिल्ली बुलाने की तैयारी कर रही है। वहीं पिछले लंबे समय से चर्चा में रहने वाले पूर्व आईएएस ओपी चौधरी ने खुद सीएम बनने से इनकार कर दिया है। खबर आ रही है। पार्टी अलाकमान ने खुद ओपी चौधरी को जिम्मेदारी सौंपनी चाही। जिसे ओपी चौधरी ने खुद इनकार कर दिया है।
पार्टी अलाकमान के साथ-साथ ओपी चौधरी को जनमानस भी सीएम के रूप में देखना चाह रही है। इतना ही नहीं प्रदेश के युवा भी ओपी चौधरी को सीएम के रूप में देखने उतावले नजर आ रहे हैं। जिस पर अब पानी फिरता दिख रहा है।
रेस में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव का नाम सबसे आगे चल रहा है। किसान परिवार में जन्मे, पेशे से वकील अरुण साव मुंगेली जिले के लोरमी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये गये थे। उन्हें जनता का भारी जनसमर्थन मिला है। अरुण साव के नेतृत्व में पार्टी को प्रदेश में भारी भरकम सीट हासिल हुये हैं। जिसे पार्टी अलाकमान भूल नहीं सकती है। वहीं प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह का नाम भी उभरकर सामने आया है।
ओपी चौधरी ने सीएम बनने से किया इनकार!
अरुण साव के नाम पर लग सकती है मुहर
