खरसिया। राष्ट्रवाद की विचारधारा से ओतप्रोत करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण हो गए। राष्ट्र सर्वोपरि मानने वाला यह संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन भी है। शताब्दी वर्ष में प्रवेश के शुभ अवसर पर परशुराम चौक स्थित श्रीश्याम सरकार चौपाटी में शनिवार को भव्य हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। नगर की चार बस्तियों में होने वाले कार्यक्रम में यह पहला आयोजन था। वहीं दूसरा आयोजन श्रीशीतला माता मंदिर बस्ती में 21 दिसंबर को, तो तीसरा सम्मेलन पुरानी बस्ती में 24 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। साथ ही ठाकुरदिया में भी भव्य हिंदू सम्मेलन का आयोजन होगा।
हिंदू सम्मेलन समिति के तत्वाधान में आयोजित भव्य हिंदू सम्मेलन का शुभारंभ मुख्यअतिथि श्रीमती अनीता अग्रवाल, मुख्यवक्ता श्रीगोपाल यादव एवं महंत त्रिवेणी दासजी और छाया विधायक महेश साहू, नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विजय शर्मा, नपा उपाध्यक्ष अवधनारायण सोनी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खरसिया कार्यवाहक अमित चंदवानी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम को ईश्वर शर्मा और राजेश अग्रवाल द्वारा सुमधुर भजनों से सजाया गया था, वहीं ईश्वर शर्मा द्वारा गये गीत हारे के सहारे ने समा बांध दिया।
केशव बलीराम हेडगेवार ने करोड़ों राष्ट्रवादियों को एकत्रित किया। विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य तथा नगर स्थित पौराणिक श्रीराम जानकी मंदिर के मुख्य पुजारी महंत त्रिवेणी दासजी ने कहा कि सनातन धर्म के पांच हजार वर्षों में सौ साल पहले एक ऐसे महापुरुष ने जन्म लिया, जो सनातन और भारतमाता के डॉक्टर बने। केशव बलीराम हेडगेवार ने पांच हजार वर्षों के अंधकार को चीरते हुए ऐसा सूर्योदय किया है, ऐसा ज्ञान दिया है, जिसे हम त्रिकाल ज्ञान कह सकते हैं। उन्होंने महाभारत काल के बाद कुचले हुए सनातन की बड़ी बीमारी आपसी फूट को पाया और करोड़ों राष्ट्रवादी मनुष्यों को एकत्रित किया। वहीं प्रमुखवक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यवाह नवापारा राजिम से पधारे गोपाल यादवजी ने आरएसएस के पांच मुख्य विचार, जिन्हें ‘पंच परिवर्तन’ कहा जाता है: सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन (परिवार जागरण), पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण (आत्मनिर्भरता) और नागरिक कर्तव्य के विचारों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और एक मजबूत, आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण के उद्देश्य को भलीभांति समझाया। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी संस्कृति और जड़ों से जुडक़र समाज के उत्थान में योगदान दे। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों का सम्मान किया गया। वहीं भारत माता की आरती के पश्चात प्रसाद वितरण के साथ समापन किया गया।
डॉ. हेडगेवार ने वर्षों के अंधकार को चीरते हुए ज्ञान का सूर्योदय किया
श्री श्याम सरकार चौपाटी में आहूत हुआ भव्य हिंदू सम्मेलन



