680 प्रकरण हुए निराकरण, पति-पत्नी के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद का सफल समाधान हुआ, न्ययालय में कुल 680 मामलों का हुआ निराकरण, कुछ प्रकरण रहे लंबित
हरण बिस्वास/ पखांजूर। तालुका विधिक सेवा समिति, पखांजूर के तत्वावधान में वर्ष 2025 की अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन शनिवार, 13 दिसंबर 2025 को पखांजूर में किया गया। लोक अदालत में कुल 680 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया, जबकि कुछ प्रकरण लंबित रहे।राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी उत्सुकता देखने को मिली। बड़ी संख्या में पक्षकार अपने-अपने मामलों के समाधान की उम्मीद लेकर लोक अदालत पहुंचे।
इस अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, पखांजूर श्री विजय कुमार मिंज ने बताया कि लोक अदालत में आए पक्षकारों ने सिविल मामलों में आपसी सहमति और राजीनामे के माध्यम से अपने विवादों का समाधान किया। उन्होंने कहा कि न्यायालय की लंबी प्रक्रिया और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों ने लोक अदालत में विशेष रुचि दिखाई।
श्री मिंज ने बताया कि इस लोक अदालत में धारा 138 के प्रकरण, घरेलू विवाद एवं हिन्दू विवाह अधिनियम से संबंधित मामलों का भी निराकरण किया गया। इनमें एक महत्वपूर्ण प्रकरण में पति-पत्नी के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद का सफल समाधान हुआ। दोनों पति-पत्नी काफी समय से अलग रह रहे थे।उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिवक्ता श्री गोपाल शील एवं श्री राजेश नायर द्वारा दोनों पक्षों को समझाइश और कानूनी परामर्श दिए जाने के बाद आपसी सहमति से विवाद का समाधान हुआ, जिसके पश्चात पति-पत्नी खुशी-खुशी साथ घर लौटे। न्यायाधीश श्री मिंज ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से न केवल समय और धन की बचत होती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द भी बना रहता है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि पारिवारिक एवं आपसी विवादों के समाधान के लिए लोक अदालत जैसे वैकल्पिक न्याय मंचों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं विधिक सेवा समिति के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पखांजूर में वर्ष की अंतिम नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन



