रायगढ़। शनिवार को ग्राम कलमी के ग्रामीणों ने कोतरारोड थाना के सामने प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने एक ही मामले में दो अलग-अलग व्यक्ति को गिरफ्तार कर रिहाई के बदले फोन पर डेढ़ लाख रुपए की मांग की है। जिसका ऑडियो भी उन्होंने वायरल कर दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार करीब एक माह पूर्व जिंदल स्टील एंड पावर की रेल लाइन से आयरन ओर चोरी करते एक ट्रैक्अर का वीडियो सामने आयसा था, इसके बाद जिंदल कंपनी द्वारा गए आवेदन पर कोतरारोड पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले को जांच में लिया था। इस दौरान पुलिस ने विगत तीन दिन पहले कलमी के रमेश सिदार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया तो वहां पता चला कि जिसके नाम से एफआईआर दर्ज है वह रमेश यादव जिसके बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। वहीं ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि इसके बाद शनिवार को सुबह करीब 9 बजे फिर से कोतरारोड पुलिस ग्राम कलमी पहंची और दूसरा व्यक्ति रमेश यादव पिता महावीर यादव को यह कहते हुए गिरफ्तार किया कि ट्रेक्टर चालक के बयान में रमेश यादव का नाम आया है, जिसके चलते इसे गिरफ्तार किया जा रहा है। ऐसे में जब पुलिस रमेश यादव को थाना लेकर पहुंची तो पीछे से ग्राम कलमी के दर्जनों की संख्या में महिला-पुरुष थाना पहुंच गए और थाना के सामने बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। साथ ही उनका आरोप था कि पूर्व में अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ है, इसका फायदा उठाकर पुलिसकर्मी ग्रामीणों को डरा-धमकाकर पैसे ऐंठ रहे हैं, जिसका ऑडियो सबूत है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि पुलिस एक ही मामले में रमेश सिदार और रमेश यादव दोनों को गिरफ्तार कर पैसे वसूलने का प्रयास कर रही है।
डटे रहे थाना के सामने
वहीं ग्रामीणों ने दोपहर तक थाना के सामने धरने पर बैठे रहे और उनका कहना था कि जिस रमेश यादव की आज गिरफ्तारी हुई है, वह सरपंच प्रतिनिधि है, उसका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है, ऐसे में जब तक उसकी रिहाई नहीं हो जाती, तब तक वे वापस नहीं जाएंगे, इस बात को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच काफी देर तक बहस होती रही। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सूचना डीएसपी सुशांतो बनर्जी को दी गई, जिससे उन्होंने थाना पहुंच कर पहले तो ग्रामीणों को काफी समझाईश दी, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। ऐसे में घंटों बाद यह कहा गया कि पुलिस प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही उसे जमानत मिलेगी, तब जाकर ग्रामीण वहां से वापस लौटे।
ट्रेक्टर चालक के बयान में रमेश यादव का नाम आया था, जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया गया है, जहां तक बात पैसे की लेने-देन की है वह पूरी तरह से गलत है। फिलहाल आरोपी को रिमांड पर भेज दिया गया है।
मोहन भारद्वाज, टीआई कोतरारोड़
पुलिस पर लगाया आरोप
ग्रामीणों ने प्रदर्शन के दौरान मीडिया के सामने एक ऑडियो क्लिप पेश की, जिसमें कोतरारोड थाना के एक पुलिस द्वारा रमेश को छोडऩे के लिए डेढ़ लाख रुपए मांगने की बात कही जा रही है। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि हर हमेशा पुलिस किसी न किसी मामले मेें ग्रामीणों को परेशान करती रहती है, और उनसे हर हमेशा रुपए की मांग करती रहती है, जिससे वे परेशान रहते हैं।



