रायपुर/जशपुरनगर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राज्य के ग्राम पंचायतों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं। पंचायती राज मंत्रालय के तहत देश भर में 750 चुनिंदा गांवों में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जा रही हैं, जिसका उद्देश्य सभी ग्रामीणों को एकजुट करना और गांव के विकास के लिए ग्राम पंचायत विकास योजनाओं पर चर्चा करना है।
विगत दिवस बगिया ग्राम पंचायत में एक विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामवासियों को विभिन्न जन योजनाओं, पंचायत की विकास योजनाओं और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही योजना की जानकारी लेने के बाद विकास योजना ग्रामीणों द्वारा तैयार किया जाता है। कार्यक्रम में गांव के सरपंच राजकुमारी साय और सचिव रमाकांत वैष्णव ने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया कि और कहा कि अपनी पंचायत की योजनाओं में सक्रिय भागीदारी करें और विकास की दिशा में प्रगति करें। उन्होंने पंचायत की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखने और ग्राम सभा में महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने स्वच्छता और नशा मुक्ति अभियान के लिए ग्रामीणों को शपथ दिलाई।
ट्रांसफार्मर रूरल इंडिया की दिव्या प्रियदर्शनी द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत संचालित पीपीसी पर लघु फिल्म दिखाई गई। इसके साथ ही उन्होंने जीपीडीपी, सतत विकास के स्थानीय करण के विषयों की चर्चा की और बगिया ग्राम पंचायत के पंचायत विकास सूचकांक स्कोर की जानकारी दी। इसी आधार पर संकल्प लेने में सहायता करना और इस संकल्प के पूरा करने में स्थानीय महिलाओं के सामुदायिक संगठन, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और स्थानीय विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों की भूमिका का उल्लेख किया गया।
इस कार्यक्रम में लगभग 300 लोगों ने भाग लिया, जिसमें महिलाएं, 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, स्कूली बच्चे और अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल हुए। ग्राम सभा में वरिष्ठ नागरिकों का विशेष सम्मान किया गया और उनसे गांव में हुए बदलावों के अनुभव साझा किए गए। ग्राम सभा का समापन वृक्षारोपण समारोह से किया गया, जिसमें पंचायत के सभी सदस्यों ने भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। बगिया ग्राम पंचायत में आयोजित यह विशेष ग्राम सभा समुदाय के सभी वर्गों को एकजुट करने में सफल रही और गांव के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
मुख्यमंत्री की पहल पर दुर्घटना में पैर गवाए नंदकुमार को मिला कृत्रिम पैर
जशपुरनगर। सडक़ दुर्घटना में अपना एक पैर गंवा चुके नंदकुमार के लिए एक नई उम्मीद की किरण तब आई जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर उन्हें कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया गया। इससे नंदकुमार की जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत हुई है और उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
दुर्घटना में एक पैर गंवाने के बाद नंद कुमार राम कई परेशानियों से जूझ रहे थे। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में जाकर अपनी समस्या बताया और मुख्यमंत्री से कृत्रिम पैर की मांग करते हुए अपनी स्थिति को साझा किया। इस पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए नंदकुमार को जल्द से जल्द कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद इन्हें रायपुर भेज कर कृत्रिम पैर दिलाया गया। अब वह फिर से बिना परेशानी से अच्छे से चल फिर रहा है और बहुत खुश है। केरसई निवासी नंद कुमार राम ने बताया कि वे ड्राइवर का काम करते थे। वे कोरबा से रांची बस चलाते थे। वर्ष 2018 में सिसई झारखंड में उनका एक ट्रक के साथ एक्सीडेंट हो गया। उस एक्सीडेंट के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा। जिससे उन्हें बहुत समस्या होती थी। उनका ध्यान रखने के लिए घर के एक आदमी को उनके साथ रहना पड़ता था। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के पास गए तो उम्मीद जगी। मुख्यमंत्री के प्रयास से रायपुर भेज कर उनका पैर लगवा दिया गया है। अब नंदकुमार राम बिना बैसाखी के चल लेते हैं। पहले बिना बैसाखी के नहीं चल पाते थे। उन्होंने बताया कि अब बहुत अच्छे से चल सकते हैं। नंद कुमार राम और उसकी पत्नी सिलादेवी ने मुख्यमंत्री साय का आभार जताते हुए धन्यवाद दिया है।