रायगढ़। राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी सुचारू, पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से जारी है। कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के प्रभावी मार्गदर्शन तथा नोडल अधिकारियों व समितियों की सतत मॉनिटरिंग के कारण धान खरीदी कार्य तेजी से गति पकड़ रहा है। खरीदी केंद्रों में सुविधाओं के सुदृढ़ प्रबंधन और समय पर भुगतान से कृषक समुदाय में उत्साह का वातावरण बना हुआ है। जिले में शुरू हुए धान खरीदी सत्र को 19 दिन पूरे होने पर कुल 3,24,834.80 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। खरीदी प्रक्रिया में 2,891 सीमांत, 1,661 लघु और 1,486 दीर्घ किसान अब तक धान विक्रय कर चुके है। किसानों को खरीदी उपरांत समर्थन मूल्य का भुगतान भी तेजी से किया जा रहा है। अब तक कुल 6,295.71 लाख रुपये किसानों के खातों में ऑनलाइन माध्यम से हस्तांतरित किए जा चुके हैं। यह त्वरित भुगतान किसानों को राहत प्रदान करने के साथ ही उनके खरीदी केंद्रों पर विश्वास को और मजबूत कर रहा है। कई किसान इस राशि का उपयोग घर बनाने, विवाह जैसे पारिवारिक कार्यों, पुराने कर्ज से मुक्ति पाने तथा कृषि उपकरण और वाहन खरीदने की योजना बनाकर अपने जीवन को सुदृढ़ दिशा दे रहे हैं। जिले भर में किसानों के चेहरे पर प्रसन्नता और आत्मविश्वास की झलक दिखाई दे रही है।
धान खरीदी केन्द्र में बेहतर सुविधाओं व त्वरित भुगतान से किसान खुश
धान बेचने आए जामगांव के किसान श्री रोहित ने कहा कि यहां उपार्जन केन्द्र में किसानों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएँ जैसे पेयजल, बैठने की व्यवस्था, बारदाने, हमालों एवं उचित तौल मशीनों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि वे यहां 5.60 क्ंिवटल धान विक्रय किए, जिसका उन्हें 13,266.40 रुपए राशि भी प्राप्त हो चुकी है। इसी तरह ग्राम-कुकुर्दा के किसान श्री शुकलाम्बर ने कहा कि धान उपार्जन केन्द्र में इस वर्ष धान खरीदी की सुव्यवस्थित व्यवस्था किसानों के लिए राहत लेकर आई है। उन्होंने धान खरीदी की प्रक्रिया को सहज, सुचारू और लाभकारी बताया है। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। तुंहर टोकन मोबाइल ऐप के माध्यम से उन्होंने घर बैठे ही टोकन प्राप्त कर लिया, जिससे खरीदी केन्द्र में अनावश्यक भीड़, प्रतीक्षा और असुविधा से मुक्ति मिली। उन्होंने कहा कि वे 38.90 क्ंिवटल धान विक्रय किए, जिसका उन्हें 91,917.20 रुपए राशि भी प्राप्त हो चुकी है। किसानों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार की सुचारू व्यवस्था और तकनीकी सुविधाओं ने इस वर्ष धान खरीदी को आसान, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाया है।
1,257.74 लाख रुपये की ऋण वसूली, 113.1564 हेक्टेयर रकबा समर्पित
सहकारी संस्थाओं और बैंकों के नियमों के अंतर्गत धान खरीदी राशि में से 1,257.74 लाख रुपये की ऋण वसूली की गई है। ऋण समायोजन के बाद शेष राशि सीधे किसानों के खातों में भेजी जा रही है, जिससे वित्तीय लेनदेन पूर्णत: पारदर्शी बना हुआ है। धान खरीदी सत्र में रकबा समर्पण की प्रक्रिया भी निरंतर जारी है। जिले में अब तक 113.1564 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र किसानों द्वारा समर्पित किया जा चुका है। इससे खरीदी प्रक्रिया की सटीकता और सुगमता में वृद्धि हुई है। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी स्वयं नियमित रूप से समितियों की समीक्षा कर रहे हैं। धान की खरीदी, भौतिक सत्यापन, भुगतान, सुरक्षा व्यवस्था इन सभी पहलुओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। भुगतान की प्रगति की रियल टाइम मॉनिटरिंग भी की जा रही है, जिससे किसी भी प्रकार की देरी या शिकायत को तुरंत दूर किया जा सके।
19 दिनों में 3.24 लाख क्विंटल से अधिक की हुई धान खरीदी
किसानों को 6,295.71 लाख रुपये का भुगतान



