रायगढ़। जिले के सबसे बड़े मेडिकल कालेज अस्पताल में हर दिन हो रहे नियमों में बदलाव के चलते यहां उपचार कराने आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा ओपीडी संख्या बढ़ाने के लिए ओपीडी पर्ची की वैधता एक दिन का कर दिया गया है, जिससे मरीज व परिजन दोनों को परेशान होना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि जिले में मेडिकल कालेज अस्पताल शुरू होने के बाद जहां एक तरफ सुविधाओं में विस्तार हुआ तो वहीं यहां के हर दिन बदल रहे नियम-कानून को लेकर मरीज के साथ-साथ उसके परिजनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि जब से मेडिकल कालेज अस्पताल अपने नए भवन में शिफ्ट हुआ है, तब से यहां मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस अस्पताल में रायगढ़ जिला के अलावा आसपास के जिले सहित पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी हर दिन बड़ी संख्या में मरीज बेहतर उपचार की लालसा लेकर लेकर पहुंचते हैं, लेकिन यहां के नियम कानून के चलते इनको काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। यह अस्पताल दोपहर डेढ़ बजे तक खुलता है, लेकिन जब तक मरीज ओपीडी पर्ची लेकर डाक्टर से चेकअप करा कर जांच ब्लड जांच व अन्य जांच कराते हैं तक अस्पताल के बंद होने का समय हो जाता है। ऐसे में इनको जांच रिपोर्ट या तो शाम पांच बजे तक मिलता है, या दूसरे दिन मिलता है। ऐसे में मरीजो को जांच रिपोर्ट डाक्टर से जांच कराने के लिए दोबारा ओपीडी पर्ची कटवाना पड़ता है, जिससे इनको ओपीडी पर्ची क लिए घंटो लाईन में लगना पड़ता है, जिससे चलते कई बार मरीज परेशान होकर निजी अस्पताल पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में जहां सुविधाओं के साथ-साथ परेशानी भी काफी बढ़ गई, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा इसको नजर अंदाज किया जा रहा है। जिसको लेकर लोगों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। हालांकि पूर्व में शासन द्वारा यह घोषणा की गई थी कि ओपीडी पर्ची फ्री कटेगी, लेकिन यह नियम एक साल बित जाने के बाद भी अभी तक फालो नहीं हो पा रहा है, जिससे मरीजों को अब मेकाहारा में उपचार कराने के लिए हर दिन ओपीडी पर्ची खरीदना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं मरीज
इस संंबंध में जब मरीज के परिजनों से बात की गई तो उनका कहना था कि मेडिकल कालेज अस्पताल नए भवन में शुरू होने के बाद यहां सभी मरीजों को आसानी से बेड उपलब्ध हो जाता है, जिसे भर्ती मरीजों को काफी राहत है, लेकिन ओपीडी पर्ची की बैधता एक दिन का होने से दिक्कते हो रही है। क्योंकि जब तक लंबी कतार में खड़े होकर ओपीडी पर्ची लेकर डाक्टर से जांच कराते हैं और उनके ब्लड जांच या अन्य जांच लिखे जाने पर सैंपल देर लौटते हैं तब तक अस्पताल बंद होने का समय हो जाता है, ऐसे में जांच रिपोर्ट या तो शाम को मिलता है या दूसरे दिन, जिससे दोबारा डाक्टर के पास जांच रिपोर्ट दिखाने के लिए दोबारा ओपीडी पर्ची कटवाना पड़ता है, जिससे काफी परेशानी होती है। ऐसे में अगर ओपीडी पर्ची का वैधता सप्ताहभर के लिए होती तो मरीजों को काफी राहत मिलती।
ओपीडी संख्या बढ़ाने बदला नियम
गौरतलब हो कि मेकाहारा में पहले हर दिन 350 से 400 तक ओपीडी पर्ची कट रहा था, जिससे इतने बड़े अस्पताल के हिसाब से संख्या बहुत कम थी, ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ाने के लिए ओपीडी पर्ची की वैधता एक दिन का कर दिया गया है। जिससे अब हर दिन ओपीडी मरीजों की संख्या 700 से 800 तक पहुंच रही है। ऐसे में जहां अस्पताल को लाभ पहुंच रहा है तो वहीं उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर मरीजों में नाराजगी देखी जा रही है।
मेकाहारा के नियम-कानून में हो रहे बदलाव से मरीज परेशान
अब हर दिन मरीजों को कटाना पड़ रहा ओपीडी पर्ची, ओपीडी काउंटर खुलते ही लग जा रही लंबी कतार
