सारंगढ़। पीएम श्री आत्मा नंद स्कूल में ब्रह्माकुमारीज़ सारंगढ़ की ओर से कक्षा 6वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणादायक नैतिक शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसे बिलासपुर से पधारी छग योग आयोग की पूर्व सदस्य एवं वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी द्वारा संबोधित किया गया। छात्रों को मूल्यों, सम्मान व पढ़ाई के महत्व को कहानियों और व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से समझाया कि – छात्रों को अपने बड़ों का सम्मान करना सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिनके पास माता-पिता हैं, वे बहुत भाग्यवान हैं। बच्चों को ईश्वर के रूप में मात पिता को महसूस करने पर जोर दिया, क्योंकि उनके जैसा प्यार करने वाला इस दुनिया में कोई नहीं है।
एक आईएएस ऑफिसर बेटे ने अपनी एक आँख वाली माँ का अपमान किया, बाद में उसे पता चला कि – माँ ने बचपन में एक्सीडेंट के बाद अपनी एक आँख उसे दान कर दी थी। शिक्षक हमें पढ़ाते लिखाते हैं। उन्होंने अपनी खुद की मिसाल देते हुए कहा कि वह आज भी अपने टीचर्स के पांव छूती हैं, भले ही वह वर्तमान में ब्रह्माकुमारी के पद पर हैं। विद्यार्थी जीवन सर्वश्रेष्ठ जीवन है। छात्रों को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने और पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने चेताया कि धन और पद प्रतिष्ठा आवश्यक हैं, लेकिन मूल्यों का त्याग कर के ये कोई काम के नहीं हैं। छात्रों को परीक्षा के समय लंबी मूवी देखने से बचने के लिए कहा, जो समय खराब करती है और सिर दर्द देती है। दीदी ने छात्रों की सुनने की क्षमता को परखा।
कक्षा 12 वीं की छात्रा लवली साहू और कक्षा 11 वीं के छात्र भरत यादव ने मंच पर आकर माता-पिता और शिक्षकों के सम्मान के महत्व पर अपने विचार रखे और इस बात की सराहना की कि – उन्हें धरती माता पर बैठने का अवसर मिला। वक्ता ने इस पर दोनों छात्रों के आत्मविश्वास की प्रशंसा की। सत्र के अंत में स्कूल के प्रिंसिपल एलपी पटेल ने दीदियों का धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन शांति और भारत माता की जय कारे के साथ हुआ। इस अवसर पर सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी कंचन दीदी के निर्देशन में मिथलेश बहन, तमनार की कस्तूरी बहन, ईश्वरी बहन के साथ स्कूल के सभी शिक्षक एवं बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित रहे।
परीक्षा के समय विशेष टीवी मोबाइल के प्रयोग से बचें- मंजू दीदी



