सारंगढ़। मोना़ शिक्षण समिति द्वारा संचालित मोना कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी, सारंगढ़ के डी.फार्मा विद्यार्थियों ने आशा निकेतन ओल्ड एज होम का शैक्षणिक एवं सामाजिक अध्ययन हेतु सार्थक दौरा किया। यह यात्रा विद्यार्थियों के लिए संवेदनशीलता, मानवता और सामाजिक उत्तरदायित्व को समझने का एक प्रेरणादायी अवसर बनी। दौरे के दौरान विद्यार्थियों ने बुजुर्गों से आत्मीयता के साथ बातचीत की, उनके जीवन अनुभवों को सुना और उनके दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को समझा। स्टूडेंट्स अपने साथ कुछ भोजन सामग्री लेकर पहुंचे थे और उन्होंने बुजुर्गों के साथ बैठकर सामूहिक भोजन किया।
भोजन से पहले उन्होंने बुजुर्गों के मार्गदर्शन में भोजन मंत्र का अभ्यास किया, जिससे विद्यार्थियों को संस्कार और अनुशासन का महत्वपूर्ण संदेश मिला बच्चों ने स्वयं अपने हाथों से बुजुर्गों को भोजन परोसा, फल वितरण किया तथा मनोरंजन हेतु छोटे-छोटे गेम और मनोरंजक कार्यक्रम भी आयोजित किए। इसके साथ ही डी.फार्मा विद्यार्थियों ने वरिष्ठ नागरिकों का जनरल हेल्थ चेकअप भी किया। इस दौरान कई बुजुर्गों ने अपने जमाने के अनुभव साझा किए और कुछ ने अपने मनपसंद गीत सुनाकर विद्यार्थियों के साथ मनोरंजन में भाग लिया। यह दृश्य बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए अत्यंत भावुक और यादगार बन पड़ा।
पूरे कार्यक्रम का संचालन कॉलेज के चेयरमैन डॉ. रितेश केशरवानी एवं डायरेक्टर डॉ. तोषी गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि समाज के प्रति कर्तव्य भावना और मानवता का भाव ही किसी भी पेशे का वास्तविक आधार है। चेयर मैन सर व डायरेक्टर मैडम ने बच्चों को ऐसे सामाजिक उपक्रमों में नियमित रूप से भाग लेने की प्रेरणा दी। मोना कॉलेज के लैक्चर एवं अन्य स्टाफ शैलेष प्रधान, चंद्रकांत साहू, मेंद्र कुमार, गौरी साहू, श्वेता और दिलदास महंत ने ओल्ड एज होम में स्टूडेंट्स के साथ भागीदारी निभाकर उनका उत्साहवर्धन किया। ओल्ड एज होम का यह दौरा विद्यार्थियों के लिए एक सीख देने वाला, संवेदनाओं को स्पर्श करने वाला और जीवन मूल्यों को मजबूत करने वाला अनुभव साबित हुआ।
ओल्ड एज होम में मोना कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के विद्यार्थियों का भावुक करने वाला सेवा-संस्कार कार्यक्रम आयोजित



