पखांजूर। बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक (शिक्षा) राकेश पाण्डेय के तानाशाही और दमनकारी कार्यवाही के खिलाफ बस्तर सम्भाग भर के शिक्षकों और शिक्षक-कर्मचारी संघठनों ने शासन और प्प्रशासन के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल दिया हैं। शिक्षकों ने चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है।इसके तहत 3 व 4 नवंबर को पूरे संभाग के शिक्षक सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए काली पट्टी बांध कर अपनी सस्था में कार्य करेंगे इसके बाद भी जे डी पर करवाई नहीं होती हैं तो 7 नवंबर को पूरे बस्तर संभाग भर के सम्पूर्ण स्कूलों में तालाबंदी होगी। जेडी भगाओ,बस्तर बचाओ मुहिम के तहत धरना प्रदर्शन करने के लिए सभी शिक्षक लामबंद हो गए हैं।आंदोलन को शिक्षक आक्रोश रैली नाम दिया गया है।आंदोलन को अन्य कर्मचारी संगठन भी पूर्ण समर्थन दे रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण देव और कांकेर बस्तर सांसद भोजराज नाग एवं बस्तर सांसद महेश कश्यप को संगठनों द्वारा ज्ञापन दिया जा चुका है और शिक्षक न्याय के लिये आशान्वित हैं।शिक्षकों ने प्रताडि़त होकर 16 अक्टूबर को बिना किसी के आव्हान पर स्वप्रेरित होकर आत्मसम्मान के लिए जेडी पाण्डेय के विरुद्ध बस्तर कमिश्नर और बस्तर कलेक्टर को और अन्य ब्लाकों और जिलों में भी वहां के उच्च अधिकारियों को राकेश पांडे को तत्काल प्रभाव से हटाने हेतु पैदल मार्च कार्यालयों तक किया था।बावजूद आज तक जेडी को नहीं हटाया गया है।जिससे पूरे शिक्षक समाज में उग्र आक्रोश है। इसलिए वे 3 व 4 नवंबर को दो दिन काली पट्टी लगाकर कार्य करेंगे और विरोध दर्ज कराएंगे।
शिक्षक संगठन ने किया जेडी की बैठक का बहिष्कार
शिक्षक व कर्मचारी संगठनों ने 3 नवंबर को संयुक्त संचालक द्वारा आहूत बैठक का भी बहिष्कार कर दिया है। कर्मचारी संगठन के नेताओं ने कहा जो शिक्षकों से मातृ शक्ति यों से अभद्रता पूर्ण बात करते हैं,शिक्षकों को प्यून, स्वीपर कहते हैं और बच्चों के सामने अपमानित करते हैं, वो शिक्षकों का क्या भला करेंगे? उनके द्वारा अभी शिक्षकों का प्रमोशन भी अपने आप को बचाने का फंडा है कि कर्मचारी संगठन आएं और फोटोशूट करा कर सबको साथ लिया जाए। ऐसा प्रदर्शित करने का उद्देश्य है। उनके द्वारा कराए जाने वाले प्रमोशन में भी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। वहां भी कर्मचारी संगठन बस्तर कमिश्नर से सहायता मांग पारदर्शिता से करवाने और जेडी राकेश पांडे को प्रमोशन से दूर रखने की मांग करने वाले हैं।
बस्तर जे डी राकेश पांडे पहले भी रह चुके हैं विवादों में
शिक्षक संगठनों का कहना है कि जेडी राकेश पाण्डेय जहां भी रहे,उनका विवादों से नाता रहा है। रायपुर संभाग में जेडी रहते हुए खेलगढिय़ा महा घोटाले में भी बहुत चर्चित हुए थे। फिर एक जगह से हटे तो आतिशबाजी तक हुई। बस्तर में जब पोस्टिंग हुई तो शिष्टाचार भेंट करने के लिए कर्मचारी संगठन से भी उन्होंने बदसलूकी की। कर्मचारी हित में काम कर रहे एक संगठन के आवेदन को उठाकर फेंक दिया और बड़ी बदसुलूकी की। कर्मचारी नेताओं से उन्होंने कहा ज्ञापन लाने से अच्छा अपनी डेली डायरी लेकर आना।अगली बार और मुझे ज्ञापन देकर मुझे काम करना मत सिखाना। दोबारा आओगे तो मेरे ऑफिस में जींस पहन कर और मोबाइल लेकर मत आना।
शिक्षकों को अपमानित करने वाले बस्तर जेडी राकेश पांडे को नहीं हटाने पर स्कूलों में 7 नवंबर को होंगी तालाबंदी
बस्तर संभाग के सभी शिक्षक काली पट्टी लगाकर कर रहे विरोध प्रदर्शन
			
			

                                
                             
		
		
		
		
		