रायगढ़। जिले का जिंदल सीमेंट प्लांट एक बार फिर सुर्खियों में आया है। इस प्लांट में जिन प्रभावित लोगों की जमीन गई थी। वह वादे के हिसाब रोजगार मांगने के लिए इस प्लांट के गेट पर पहुंचे थे मगर उन्हें जिंदल के खूंखार कुत्तों का सामना करना पड़ा। इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया में सुबह से वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि आज सुबह कुछ प्रभावित नौकरी की मांग को लेकर जिंदल सीमेंट प्लांट का गेट बंद करने गए थे। तभी एक गार्ड अपने साथ खूंखार कुत्ता लिए पहुंचा। कुत्ता काफी आक्रामक दिखाई दे रहा था और आंदोलनकारी में से एक पर हमला करने के लिए आतुर था। जो नीचे वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं। इसके बाद देखते ही देखते, वहां लोगों का हुजूम बढऩे लगा। फिर कुत्ते और उस गार्ड को प्रबंधन ने वहां से हटाया। छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के लोग भी वहां पहुंचे। माहौल गरमाने लगा। प्रबंधन लोगों से बातचीत की और उन्हें नौकरी का आश्वासन दिया और मामले को शांत किया। यह सब कुछ करीब 2 घंटे तक चला।
रायगढ़ में उद्योगों की वादाखिलाफी कोई नई बात नहीं है। प्रभावित अपना घर- बार, जमीन- जायदाद, सब इन जैसे उद्योगों को देने बाद इन्हीं उद्योगों में मामूली नौकरी के लिए इनके दर पर ठोकरें खाते है, आंदोलन धरना करते है। मगर प्रशासन शायद ही कभी प्रभावितों के साथ खड़ा दिखाई दिया हो। आंदोलन और धरने के समय नेतानुमा लोग भी दिखाई देते हैं मगर कंपनी में ठेका पाने के बाद वो भी कंपनी के हो जाते हैं। ऐसे नहीं प्रभावितों के हक की बात करने वाला कोई भी नहीं है, और यही पीड़ा दिन- ब-दिन एक शांत ज्वालामुखी की तरह लोगों के भीतर पनप रही है, आज नहीं तो कल भविष्य में ज्वालामुखी जरूर फटेगा।
जिंदल सीमेंट प्लांट पर धरना देने गए लोगों को खूंखार कुत्ते से डराया
जमीन के बदले नौकरी मांगने पहुंचे थे प्रभावित ग्रामीण



